Sunday, January 16, 2011

बेटे के साथ छिपकर रह रही भारतीय राजनयिक की पत्नी

लंदन में सरकारी निवास पर भारतीय राजनयिक अनिल वर्मा ने अपनी पत्नी की कथित रूप से पिटाई की जिसके बाद वह अपनी जान पर खतरे के चलते अपने पांच साल के बेटे के साथ किसी सुरक्षित स्थान पर छिपकर रह रही हैं। अनिल वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने लंदन स्थित आधिकारिक निवास में अपनी पत्नी के साथ मारपीट की।
     
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार परोमिता वर्मा ने इस घटना के बाद घर छोड़ दिया है और उन्हें अपनी जान का खतरा सता रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक परोमिता ने आशंका जताई है कि उन्हें जबरन भारत भेजा जा सकता है। इस आशंका के मद्देनजर उन्होंने मानवीय आधार पर ब्रिटेन में रहने के लिए आवदेन किया है।
     
पश्चिम बंगाल कैडर के आईएएस अधिकारी अनिल वर्मा ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग में तीसरे वरिष्ठतम राजनयिक और मंत्री (आर्थिक) हैं। खबर है कि जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपने राजनयिक विशेषाधिकारों की चर्चा की है और कहा है कि उनके खिलाफ अभियोजन नहीं चलाया जा सकता है।  उनपर आरोप है कि दिसंबर में उन्होंने अपनी पत्नी से मारपीट की थी।
ब्रिटिश अखबार ने वर्मा परिवार के एक मित्र के हवाले से कहा कि यहां अपने पूरे समय में अनिल वर्मा अपने राजनयिक ओहदे की डींगें हांकते रहे हैं और वह परोमिता से कहते कि उनकी राजनयिक हैसियत की वजह से कोई उन्हें छू भी नहीं सकता। वर्मा परिवार के मित्र ने कहा कि वह उसे परेशान करते रहते और कहते कि जितनी बार चाहो, उतनी बार पुलिस बुला लो। मुझे राजनयिक विशेषाधिकार प्राप्त हैं।
     
पारिवारिक मित्र ने अखबार से कहा कि उन्हें (राजनयिक) ऐसा करने में कोई शर्म नहीं आई। उन्हें बहुत सारी शक्ति प्राप्त है और वह इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। परोमिता छिपकर रह रही हैं और वह अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर बयान जारी कर कहा था कि विदेश मंत्रालय और हमारा उच्चायोग इस बारे में अवगत हैं तथा वे मामले को देख रहे हैं।
घटना का ब्यौरा देते हुए परिवार के मित्र ने कहा कि अनिल घटना वाले दिन सुबह के समय अचानक गुस्से से आग बबूला हो गए और घर में एक क्रिसमस ट्री रखे होने पर झगड़ा करने लगे जो उन्हें परोमिता के एक रिश्तेदार ने दिया था। वर्मा परिवार के मित्र ने बताया कि वह दनदनाते हुए सीढ़ियों पर चढ़े और क्रिसमस ट्री को बाहर फेंक दिया। परोमिता उनके पीछ़े़़पीछे भागीं और उन्हें रोकने की कोशिश की क्योंकि इसे उनका बेटा सजा रहा था।
      
पारिवारिक मित्र ने बताया कि इस पर अनिल पीछे की ओर मुड़े और पूरी ताकत से परोमिता के चेहरे पर मुक्का दे मारा। इससे परोमिता सीढ़ियों पर लगभग गिर पड़ीं लेकिन उन्होंने अपने नजदीक के एक जंगले को पकड़ लिया।
पारिवारिक मित्र ने बताया कि वह जोर-जोर से रोने लगीं और उनकी नाक से फव्वारे की तरह खून निकलने लगा। उनके कपड़े खून से सन गए और उन्हें खून रोकने के लिए तौलिया लगाना पड़ा। पारिवारिक मित्र ने बताया कि अनिल ने इस पर एक लफ्ज भी नहीं कहा और पत्नी की कोई देखभाल नहीं की। उन्होंने घर में मौजूद परोमिता की मां पर चिल्लाना शुरू कर दिया और उसे गालियां भी दीं।
सूत्र ने बताया कि सामने का दरवाजा खुला था और परोमिता बाहर भाग गई जहां उसके पड़ोसी खड़े थे। उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया और एक एंबुलेंस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। पड़ोसी पुलिस के आने तक परोमिता को दिलासा देने के लिए अपने घर ले गए।
पुलिस 11 दिसंबर को गोल्डर ग्रीन कि नार्थवेस्ट लंदन में परोमिता से घटना की जानकारी लेने के लिए पड़ोसियों के घर गई कि लेकिन अनिल को प्राप्त राजनयिक दर्जे की वजह से वह उन्हें गिरफ्तार करने में सक्षम नहीं थी।
 

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