Saturday, January 8, 2011

बीते साल दिल्ली में आपराधिक वारदातों में इजाफा

पिछले तीन सालों के रूझान को पलटते हुए बीते साल 2010 में राजधानी दिल्ली में आपराधिक मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अपराध में हुए इजाफे के मद्देनजर दिल्ली पुलिस को 2011 के लिए अपनी रणनीति में बदलाव लाना पड़ा है। रणनीति में बदलाव के तहत अपराध संभावित क्षेत्रों की पहचान और संसाधनों को फिर से सही जगह इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है।
वर्ष 2009 में 50,972 आपराधिक घटनाएं सामने आईं जबकि 2010 में 52,675 मामले दर्ज किए गए। बलात्कार, छेड़छाड़, छीनाझपटी, मोटरवाहनों की चोरी और अपहरण की घटनाओं में इजाफा हुआ है। वर्ष 2007 के बाद ऐसा पहली दफा हुआ है कि राष्ट्रीय राजधानी में अपराध का ग्राफ चढ़ा है।
2006 में 84,484 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2007 में इनकी संख्या 74,111 थी। 2008 में अपराध के ग्राफ में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गयी थी और आपराधिक मामलों की संख्या 53,072 थी। बहरहाल, दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीके गुप्ता ने गुरुवार को आयोजित सालाना संवाददाता सम्मेलन में आपराधिक घटनाओं में हुई बढ़ोत्तरी को यह कहकर कम करके आंका कि प्रति एक लाख की आबादी पर हुए अपराध पिछले 10 सालों में न्यूनतम स्तर पर हैं।
 

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