Sunday, January 2, 2011

बीता वर्ष 2010

बीता वर्ष 2010 कंप्यूटिंग जगत में तकनीकी लिहाज से कमाल का रहा, लेकिन 2011 तो इससे भी ज्यादा धमाल साथ में लाने वाला है। बहुत से नए प्रकल्पों का पदार्पण होने जा रहा है। कंप्यूटर कंपनी इंटेल के आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट से ही जायाजा लें तो 2011 के लिए कंप्यूटिंग तकनीक संबंधी कुछ भविष्यवाणियां बेहद मायनेदार हैं। इसलिए भी कि तमाम कंपनियों के आरएंडडी रोडमैप में आने वाले समय में किन खासियतों वाले माइक्रो-चिप कब कब जारी होंगे, और कौन कौन से उत्पाद बाजार में छाने की कोशिश करेंगे, इसका भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। आइए, देखें कि गैजेट और उनकी तकनीक के लिहाज से इस वर्ष के पिटारे में क्या-क्या है।
बुद्घू बक्सा होगा स्मार्टझुग्गी-झोपड़ी से लेकर एंटीलिया तक आपको एक चीज कॉमन मिलेगी, वो है टीवी। बुद्घू बक्से को अब स्मार्ट बॉक्स कहकर पुकारना ही होगा। इस साल आपका टीवी एक से बढ़कर एक सुविधाओं से लैस होता जाएगा और दिन प्रतिदिन स्मार्ट भी होता जाएगा। पारंपरिक टीवी कंपनियों के अलावा लॉजिटैक और सिस्को जैसी बहुत सी कंप्यूटर हार्डवेयर क्षेत्र की कंपनियां भी स्मार्ट टीवी उत्पादन के क्षेत्र में आ चुकी हैं अथवा आने की प्लानिंग कर रही हैं। नतीजतन सेमंसग के इटंरनेट टीवी की तरह चैटिंग का जरिया भी आपका डिजिटल एचडी तकनीक वाला टचस्क्रीन टीवी आपसे इस साल रू-ब-रू होगा।
टैबलेट कंप्यूटरों का होगा जलवा
यह वर्ष पूरा का पूरा टैबलेट कंप्यूटरों के लिए खास रहेगा। हालांकि लैपटॉप कंप्यूटरों की बिक्री में भी इजाफा होगा, मगर टैबलेट कंप्यूटर अपनी पोर्टेबिलिटी, उपयोगिता और कम दामों में ज्यादा बेहतर फीचर्स के लिहाज से लोगों की खास पसंद बनेंगे। हर बड़ी और नामी कंपनी टैबलेट कंप्यूटरों के एकाधिक मॉडल जारी कर रही है। स्थिति यह है कि नोशन इंक नामक भारतीय कंपनी का टैबलेट कंप्यूटर आदम जारी होते ही सोल्ड-आउट हो गया और खरीदारों की लंबी लाइन लगी है। उत्पादन पूरा नहीं पड़ रहा। इसके अलावा पाइपलाइन में सरकारी सबसिडी की बदौलत आने वाला टेबलेट तो 1500 रुपए में हमारी शिक्षा का नजारा बदलने की तैयारी में माना जा सकता है।
स्मार्ट उपकरणों में भरेंगी भावनाएंऔर इतना ही क्यों? कृत्रिम बुद्घि तो ठीक है, अब इससे आगे की चीज हमारे पीसी, कंप्यूटरों और स्मार्ट उपकरणों में आ रही है। वो है बोध, समझ और भावना। हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर सेंसर टेक्नोलॉजी युक्त स्मार्ट उपकरण अपने आप आपकी उपस्थिति का बोध कर लेंगे और देश-काल-समय-परिस्थिति के मुताबिक आपको सहयोग प्रदान करेंगे। उदाहरण के लिए यदि आप केरल के कोवलम बीच में घूम रहे होंगे तो आपका स्मार्ट मोबाइल आपको भोजन के वक्त यह बताएगा कि पास में किस रेस्त्रां में बढ़िया प्रान्स मिलते हैं।
ऊर्जा बचाऊ उपकरणों का प्रयोग बढ़ेगा
इस साल बाजारों से पारंपरिक उपकरण धीरे-धीरे गायब होंगे और ऊर्जा बचत करने वाले हरित उपकरणों का प्रयोग बढ़ेगा। उदाहरण के लिए, बल्बों की जगह सीएफएल ने ली, और अब सीएफएल की जगह एलईडी लाइटिंग ले रही है। ऐसा ही नजारा कंप्यूटर और मोबाइल उपकरणों में भी आएगा।
सुरक्षा उपाय होंगे और मजबूत हार्डवेयर और इन्फ्रास्ट्रक्चर स्तर पर भी सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा। सरकार पोषित (?) स्टक्सनेट वायरस तथा विकिलीक्स पर अमेरिकी दस्तावेजों के खुलासे को सुरक्षा पर गंभीर खतरा माना जा रहा है तो जाहिर है ऐसे खतरों से बचने के कड़े उपाय भी चहुँ ओर किए जाएंगे।
आईटी-कंप्यूटरों का उपभोक्ताकरण
जब हर हाथ में या तो आई-फोन होगा या ड्राइड (एंड्राइयड युक्त फोन) फोन तो इसका सीधा सा मतलब यह भी होगा कि आईटी और कंप्यूटिंग का प्रयोग हर क्षेत्र में बढ़ेगा और एक तरह से इसका उभोक्ताकरण हो जाएगा। कोई यह नहीं कह सकेगा कि उसे कंप्यूटर नहीं आता। एक तरह से डिजिटल डिवाइड खत्म होने के आसार पैदा होंगे।
इसी साल क्लाउड, आभासी कंप्यूटिंग का दौर आगे बढ़ेगा।  गूगल का क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम जो बीटा अवस्था में जारी किया जा चुका है और उसे तमाम विश्व के कोई 60 हजार टेक्नोलॉजी  महारथी जाँच परख रहे हैं, इस वर्ष आम प्रयोक्ताओं के मुफ्त इस्तेमाल के लिए उसे जारी कर दिया जाएगा। इस सिस्टम का मुख्य आधार ही क्लाउड कंप्यूटिंग है जहाँ आपकी फाइलें, प्रोग्राम इत्यादि तमाम चीजें दूरस्थ सर्वर से चलती हैं। दस्तावेजों की सुरक्षा जहाँ अहम है, उसे अभेद्य बनाने के उपाय किये जा रहे हैं।
 

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