Saturday, January 15, 2011

धड़ल्ले से हो रहे हैं लिंग निर्धारण की जांच

  अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर शासन की टेढ़ी नजर है। लिंगानुपात को संतुलित करने के लिए अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापामारी कार्रवाई शुरू होगी। अल्ट्रासाउंड केंद्रों को लिंगानुपात में असंतुलन का एक कारण माना जा रहा है। शासन ने माना है कि केंद्रों में प्रसव से पहले लिंग निर्धारण की जांच भी की जा रही है। लिहाजा इनपर अंकुश लगाना जरूरी है। हालांकि 2001 जनगणना के मुकाबले अब जनपद के लिंगानुपात बेहतर हुई है। ग्रामीण के मुकाबले शहरी क्षेत्र में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या कम है। 
                                                                  
वर्ष 2001 की जनगणना के मुताबिक जिले का लिंगानुपात 1000/841 था। अब यह संख्या 880 तक पहुंची है। शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में लिंगानुपात बेहतर है। ग्रामीण क्षेत्र में यह संख्या 920 है। जबकि शहर में प्रत्येक एक हजार लड़कों में लड़कियों की संख्या 855 है। जागरूकता के कारण कहीं न कहीं लिंगानुपात बेहतर हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ अभी भी असंतुलित मान रहे हैं। जिले में 170 अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं। कई केंद्र ऐसे भी हो सकते हैं जो बिना पंजीकरण के चल रहे हो। वहीं पंजीकृत व गैर पंजीकृत केंद्रों में लिंग परीक्षण भी होने की आशंका जताई जा रही है। जिससे गर्भपात की संख्या में इजाफा हुआ है।  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव प्रसाद बताते हैं कि अल्ट्रसाउंड केंद्रों में लिंग परीक्षण की जांच की आशंका जताई जा रही है। लिंगानुपात में असंतुलन का कारण लिंग परीक्षण व भ्रूण हत्या भी है। लिहाजा अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमार कार्रवाई की जाएगी।                       
बीते वर्ष गर्भपात के कई मामले वर्ष 2009 व 2010 में गर्भपात के कई मामले सामने आए थे। इसमें सेक्टर-22 स्थित एक क्लीनिक में गर्भपात के दौरान एक महिला की मौत हो चुकी थी। इसके अलावा चौड़ा, छलेरा, मामूरा में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गर्भपात किया गया। इसके बाद महिला की हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।                              
कई अल्ट्रासाउंड में पाई गई थी खामियां वर्ष 2010 में केंद्र सरकार की टीम ने 11 अल्ट्रासाउंड केंद्र पर छापामारी की थी, इसमें एक को छोड़कर सभी में खामियां पाई गई थी। कई केंद्रों को बंद कर दिया गया था, जबकि कई को चेतावनी जारी की गई थी। मानकों को पुरा करने के बाद ही अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाने की अनुमति दी गई थी।
जिले में लिंगानुपात     
ग्रामीण                       शहरी            कुल           1000/853          1000/822       1000/841               तहसीलों के अनुसार लिंगानुपात           दादरी 1000/827                           सदर 1000/ 852           जेवर 1000/ 870      शहरों की स्थिति    नोएडा 1000/ 806         दादरी नगर 1000/ 852          जेवर नगर 1000/ 891       दनकौर    1000/ 862        बिलासपुर 1000/ 885        आंकड़े वर्ष 2001 के जनगणना के मुताबिक
 

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