Friday, December 10, 2010

सार्वजनिक शौचालय जैसे गंदे होते हैं एटीएम

जब आप अगली बार 'ऑटोमेटेड टेलर मशीन' (एटीएम) से पैसा निकालने पहुंचें तो हाथों में दस्ताने पहनना या पैसा निकालने के बाद हाथ धोना न भूलें। स्वच्छता सम्बंधी जांचों में खुलासा हुआ है कि एटीएम सार्वजनिक शौचालय जितने ही गंदे होते हैं और वहां भी वही कीटाणु होते हैं जो शौचालय में होते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ब्रिटेन में कुछ एटीएम मशीनों में लगे की पैड्स पर जमी गंदगी के नमूने इकट्ठे कर उनकी जांच की। उन्होंने इन एटीएम्स के नजदीक स्थित सार्वजनिक शौचालयों से भी गंदगी के कुछ नमूने इकट्ठे किए और एक प्रयोगशाला में माइक्रोस्कोप से उसकी जांच की।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक दोनों स्थानों से इकट्ठे किए गए नमूनों को रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दिया गया ताकी उनमें मौजूद कीटाणु विकसित हो सकें। बाद में इनकी जांच करने पर पता चला कि दोनों ही स्थानों से इकट्ठे किए गए नमूनों में सूडोमोनास और बैसीलस बैक्टीरिया मौजूद थे। ये बैक्टीरिया डायरिया जैसी बीमारियां फैलाने के लिए जाने जाते हैं।
बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले उत्पाद बनाने वाली कम्पनी 'बायोकोट' के सूक्ष्मजीव विज्ञानी रिचर्ड हैस्टिंग्स कहते हैं कि हम बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने वाली एटीएम मशीनों और सार्वजनिक शौचालयों में बैक्टीरिया संक्रमण के स्तर की तुलना करना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि हम परिणामों से बहुत ज्यादा हैरान थे क्योंकि एटीएम मशीनों से इकट्ठे किए गए नमूनों में उतने ही बैक्टीरिया मौजूद थे जितने कि सार्वजनिक शौचालय में होते हैं।
दरअसल हाल ही में एक सर्वेक्षण हुआ था जिसमें खुलासा हुआ था कि ब्रिटेनवासी सार्वजनिक शौचालयों को उनके स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा मानते हैं। इसके बाद 'बायोकोट' ने यह जांच की।
 

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