Wednesday, January 19, 2011

डेढ़ सौ रुपये का सिक्का जारी

डेढ़ सौ रुपये का नोट भले आपने न देखा हो, मगर सिक्का जरूर आपके हाथ में जल्दी आ जाएगा। यह सिक्का रवींद्र नाथ टैगोर की 150 वीं जयंती पर भारतीय रिजर्व बैंक ने जारी किया है। इसे बुधवार को इंदौर में प्रदर्शित किया गया। इसे कोलकता स्थित भारत सरकार के टकसाल में बनाया गया है।

यह सिक्का 35 ग्राम का है, इसमें 50 फीसदी चांदी, 40 फीसदी तांबे के अलावा पांच-पांच फीसदी निकिल व जिंक का इस्तेमाल किया गया है। इस सिक्के के उपरी हिस्से में अशोक चिन्ह के अलावा सत्यमेव जयते दर्ज है, कुल मिलाकर ऊपरी हिस्सा अन्य सिक्कों जैसा ही है, मगर पिछले भाग पर रवींद्र नाथ टैगोर का चित्र दर्ज है। साथ ही उनकी 150 जयंती का जिक्र किया गया है।

इंदौर में बुधवार को प्रदर्शित किए गए इस सिक्के को एक विशेष पुस्तिका (सोवेनियर) में रखा गया है, इसमें रवींद्र नाथ टैगोर की कविता है और पांच का एक सिक्का भी है।

भारतीय स्टेट बैंक के विपणन कार्यपालक निदेशक सुरेश शुक्ला ने बताया है कि डेढ़ सौ रुपये के सिक्के का व्यास 4० मिलीमीटर है। सिक्के जारी करने की श्रंखला में रिजर्व बैंक की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर 75 रुपये और राष्ट्रमंडल खेल पर 1०० रुपये का सिक्का जारी किया जाएगा। इतना ही नहीं 1० रुपये का पॉलीमर नोट भी जल्दी आ जाएगा।

Tuesday, January 18, 2011

दौड़ती कार में स्कूली छात्रा से बलात्कार

गाजियाबाद में तीन बिगड़ैल रईसजादों ने अपने ही स्कूल की सहपाठी से चलती कार में दिनदहाड़े दो घंटे तक गैंगरेप किया और लड़की को कार से फेंक कर फरार हो गए। शहर के व्यस्ततम इलाके में हो रही इस घटना से लोग और पुलिस भी बेखबर रही क्योंकि कार पर अवैध रूप से जेड ब्लैक शीशा लगा था। उच्चधिकारियों से शिकायत करने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कार कब्जे में ले लिया है।


सिहानी गेट थाना अंतर्गत सिकरोड़ निवासी नितिन डागर, अंकित डागर, मोनू उर्फ मोहित, कैला भट्टा निवासी रिजवान और सीमा (17 बदला हुआ नाम) राजनगर सेक्टर-2 स्थित महावीर सिंह इंटर कालेज के छात्र हैं। इनमें से नितिन, रिजवान और सीमा 11वीं, मोनू 10वीं और अंकित डागर 12वीं का छात्र है। इन सबकी उम्र 18 से 20 वर्ष है।


12 जनवरी दिन में करीब 12 बजे रिजवान बाइक से प्रेमिका सीमा को लेकर राजनगर सेक्टर-23 जा रहा था। इसे नितिन ने देख लिया। इसके बाद नितिन और मोनू अंकित की कार से रिजवान का पीछा करने लगे। अंकित ने सिहानी गेट इलाके में गढ़ी के पास बाइक को ओवरटेक किया। उन्होंने रिजवान को पीटा और जान से मारने की धमकी देकर सीमा को जबरन कार में डालकर निकल गए। फिर सिहानी गेट और कविनगर के बीच तीनों ने सीमा के साथ रेप किया। राजनगर एक्सटेंशन होते हुए वह एएलटी कट के पास पहुंचे और सीमा को जान से मारने की धमकी दे नीचे फेंक कर चलते बने।


एक फैक्ट्री में सुपरवाइजर सीमा के पिता मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने सिहानी गेट थाने गए मगर उन्हें उल्टे पैर लौटा दिया गया। उन्होंने जब उच्च अधिकारियों से शिकायत की, तब जाकर रविवार को कविनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई। एसएसपी रघुवीर लाल का कहना है कि तीनों आरोपी रईसजादे हैं और उनके परिजनों को मुआवजा का पैसा मिला हुआ है। जिस गाड़ी में रेप हुआ वह अंकित के पिता ने उसे गिफ्ट में दी थी।

गाजियाबाद में चलती कार में रेप
-16 मार्च 2010
खोड़ा कॉलोनी, इंदिरापुरम स्थित एक सुरक्षाकर्मी की 23 वर्षीया बेटी को रात साढ़े 8 बजे दो सगे भाई दिनेश और मुकेश ने जबरन कार में बैठा लिया व उसके साथ रेप कर नोएडा में फेंक दिया।

-22 जून 2010
17 वर्षीय युवती शहर कोतवाली स्थित सिल्वर सिटी के बाहर ऑटो का इंतजार कर रही थी, जिसे अनिल यादव ने अपने अन्य तीन दोस्तों की सहायता से जबरन कार में डालकर गैंगरेप किया।

-15 जुलाई 2009
12वीं की छात्र स्कूल से घर लौट रही थी, तभी राजेंद्र नगर के पास उसके साथी दो दोस्तों ने लिफ्ट देने के बहाने कार में बैठाया और साहिबाबाद स्थित एक अपार्टमेंट में गैंगरेप किया।

-31 अगस्त 2003
25 वर्षीय युवती एक जन्मदिन पार्टी से लोनी स्थित घर लौट रही थी तभी उसके पड़ोसी मोहम्मद कादिर, इमरान, सलमान और आजिम ने जबरन कार में बैठाकर उसके साथ गैंगरेप किया।

-25 जुलाई 2007
दिल्ली की युवती के साथ इंदिरापुरम के वैशाली निवासी तीन लड़कों ने अगवा कर कार में गैंगरेप किया।

मुंबई में आईओसी तेल डिपो में भीषण आग

नवी मुंबई स्थित इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी) के तेल भंडारण डिपो में मंगलवार तड़के भीषण आग लग गई। पुलिस के मुताबिक रात दो बजे नवी मुंबई के तोलजा-एमआईडीसी इलाके में स्थित डिपो के सुरक्षाकर्मी ने डिपो में आग लगने की सूचना दी। दुर्घटना में कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ है।

अधिकारी के मुताबिक, लुब्रिकेंट ऑइल के डिब्बों से आग की शुरुआत हुई। गोदाम में 200 लीटर क्षमता वाले हजारों ड्रम रखे थे, जिन्होंने आग पकड़ ली। इससे लगभग 2 लाख लीटर तेल का नुकसान हो गया।

उन्होंने बताया कि आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। आग की लपटों पर नियंत्रण पा लिया गया है। अक्टूबर, 2009 में जयपुर के पास स्थित आईओसी डिपो में आग लग गई थी, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी।

घटनास्थल पर मौजूद नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त जावेद अहमद ने कहा, ''आठ घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। इस घटना में कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ है। अभी आग से हुए नुकसान का कोई आकलन नहीं हो पाया है।''

पुलिस के मुताबिक तोलजा-एमआईडीसी इलाके में स्थित डिपो के सुरक्षाकर्मी ने रात दो बजे डिपो में आग लगने की सूचना दी थी। आग बुझाने के काम में अग्निशमन दल की करीब 25 गाड़ियों को लगाया गया था। निकटवर्ती कस्बों ठाणे, अंबरनाथ और पनवेल से भी मदद बुलाई गई थी। आईओसीएल के अधिकारी इस घटना पर प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हुए। अनुमान है कि आग से करीब दो लाख लीटर तेल का नुकसान हुआ है।

भारत से बाहर गया 104 अरब डॉलर

आर्थिक तरक्की के मामले में नए मुकाम बनाने का दावा करने वाला भारत काला धन के मामले में भी नया कीर्तिमान बना रहा है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2000 से 2008 के दौरान 104 अरब डॉलर (करीब 4680 अरब रुपए) काला धन भारत से बाहर भेजा गया और इसके साथ ही काला धन विदेश भेजने वाले एशियाई देशों की सूची में उसका स्थान पांचवां था।

ग्लोबल फिनांशियल इंटेग्रिटी द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, 2000 से 2008 के बीच के नौ वर्षो में एशिया के जिन देशों ने सबसे ज्यादा काला धन विदेश भेजा, उनमें पहले पांच हैं, चीन, मलेशिया, फिलीपींस, इंडोनेशिया और भारत। ग्लोबल फिनांशियल इंटेग्रिटी वाशिंगटन-डीसी आधारित एक संस्था है। यह संस्था अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के मकसद से अनुसंधान करती है और सुझाव देती है।

संस्था की रिपोर्ट के मुताबिक, इन नौ वर्षों में चीन ने 2.2 खरब डॉलर, मलेशिया ने 291 अरब डॉलर, फिलीपींस ने 109 अरब डॉलर और इंडोनेशिया ने 104 अरब डॉलर विदेश भेजे। भारत ने भी इंडोनेशिया के बराबर काला धन विदेश भेजा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि औसतन, एशिया से जितना काला धन विदेश भेजा जाता है उसका 95.5 फीसदी इन्हीं पांच देशों का होता है। यदि सभी विकासशील देशों द्वारा भेजे जाने वाले कुल काले धन के संदर्भ में देखें तो उसमें इन पांच देशों का हिस्सा करीब 44.9 फीसदी ठहरता है। हालांकि, विकासशील देशों द्वारा भेजे जाने वाले कुल काले धन के संदर्भ में इन अव्वल पांच देशों की हिस्सेदारी में गिरावट देखी जा रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2000 में इन पांच देशों की हिस्सेदारी 53.3 फीसदी थी, लेकिन इसके आठ वर्ष बाद, 2008 में यह हिस्सेदारी 36.9 फीसदी दर्ज की गई। अध्ययन में पाया गया कि 2000 से 2009 के दस वर्षो में अपराध, भ्रष्टाचार और व्यापार में कीमत में हेरफेर जैसी चीजों के जरिए इन विकासशील देशों से लगभग 6.5 खबर डॉलर साफ कर दिए गए।

भारत 2008 में काला धन विदेश भेजने वालों में पांचवा सबसे बड़ा देश था, पर अब वह ऐसे विकासशील देशों की सूची में 15वें स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, उक्त सूची में भारत के नीचे की ओर खिसकने के पीछे ऐसे अवैध कारनामों को रोकने के लिए अपेक्षित नीतियों या शर्तों का कोई हाथ नहीं है।

Monday, January 17, 2011

डीडीए को जमीन पर कब्जे का आदेश, नमाज की इजाजत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) से कहा कि उसकी जिस जमीन पर हाल ही में एक अवैध मस्जिद गिराई गयी है, वहां एक चहारदीवारी का निर्माण किया जाए और समुदाय के 10 सदस्यों को दो महीनों तक नमाज अदा करने की अनुमति दी जाए।

न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी ने कहा कि डीडीए चाहरदीवारी का निर्माण पूरा करेगा और समुदाय के 10 लोगों को दो महीने की अवधि तक नमाज अदा करने के लिहाज से आने के लिए ढाई फुट का एक गेट छोड़ेगा। इनके नाम डीडीए और पुलिस को सौंपे जाएंगे।

लोगों को डीडीए की जमीन में घुसने के लिए उकसाने के मामले में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी तथा दिल्ली के तीन विधायकों के खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू करने की मांग वाली याचिका पर अदालत को आज सुनवाई करनी थी। अदालत ने कहा कि इस स्तर पर इसे लेना जरूरी नहीं है।

न्यायमूर्ति सिस्तानी ने कहा कि मैं उद्देश्यपूर्ण ढंग से नेताओं के नाम नहीं ले रहा हूं जो खुद को इलाके का सूरमा समझते हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी को कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में अवगत कराना उनकी जिम्मेदारी है जिसे इसकी जानकारी नहीं है।

प्याज के बाद अब खाद्य तेल ने बढ़ाई परेशानी

प्याज के बाद अब खाद्य तेलों की ऊंची कीमतों ने गृहणियों की परेशानी बढ़ा दी है। पिछले एक साल के दौरान खाद्य तेलों के दामों में 62 फीसदी तक का इजाफा हो चुका है, जिससे उपभोक्ताओं का रसोई का बजट बिगड़ चुका है।

विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले महीनों में खाद्य तेलों का खुदरा मूल्य मजबूत बने रहने की संभावना है और वैश्विक बाजार में ऊंची कीमतों के बीच खाद्य तेलों के दाम नीचे आने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सूरजमुखी तेल, मूंगफली तेल, सरसों तेल, सोयातेल और वनस्पति जैसे खाद्य तेलों की कीमत 14 जनवरी तक एक साल पहले की तुलना में देश के विभिन्न भागों में 62 प्रतिशत तक बढ़ चुकी थी।

सबसे ज्यादा वृद्धि सूरजमुखी तेल में देखने को मिली जो 14 जनवरी को दिल्ली में 62 प्रतिशत बढ़कर 110 रुपये किलो हो गया है। एक साल पहले सूरजमुखी का तेल 68 रुपये किलो था। जबकि कोलकाता और चेन्नई में सूरजमुखी तेल की कीमत समीक्षाधीन अवधि के दौरान 75 से 85 रुपये किलो थी।

भारत ने अनिल वर्मा के मामले में ठुकराया ब्रिटेन का आग्रह

पत्नी के साथ मारपीट करने के आरोपी भारत के वरिष्ठ राजनयिक अधिकारी अनिल वर्मा के मामले में ब्रिटेन ने सोमवार को इस बात का खुलासा किया कि उसने भारत पर उनको दी गयी कूटनयिक छूट वापस लेने का दबाव बनाया था लेकिन भारत सरकार ने इस आग्रह को ठुकरा दिया।

गौरतलब है कि ब्रिटिश विदेश मंत्रालय ने भारत से मांग की थी कि वह वरिष्ठ राजनयिक आधिकारी को दी गई कूटनयिक छूट वापस ले ले या उन्हें लंदन से स्थानांतरित कर उनके खिलाफ भारतीय कानून के अनुसार कार्रवाई करे।

सूत्रों ने बताया कि इस पर भारत ने दूसरे विकल्प को चुना। लंदन में विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि हमने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में पदस्थापित एक राजनयिक अधिकारी को दी गयी कूटनयिक छूट वापस लेने की औपचारिक तौर पर गुजारिश की है।

प्रवक्ता ने बताया विदेश मंत्रालय ब्रिटेन में पदस्थ राजनयिकों द्वारा कानून का उल्लंघन करने को बर्दाशत नहीं करेगा। उन्होंने बताया इसके अलावा विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों से मुलाकात की और आरोपों की गंभीरता पर जोर दिया। दिल्ली में पदस्थापित ब्रिटिश उच्चायोग के कर्मचारियों ने भी वहां विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की।

Sunday, January 16, 2011

विधायक की जान ले लूंगी: पीड़ित लड़की

जेल से रिहाई के एक दिन बाद बांदा की बलात्कार पीड़िता लड़की ने रविवार को कहा कि वह अपने हाथों से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक पुरूषोत्तम नरेश द्विवेदी की जान लेना चाहती है।
पीड़ित लड़की ने यहां अपने गांव शहबाजपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मुझ पर छोड़ दिया जाए तो मैं विधायक की हत्या कर दूंगी, जिसने न सिर्फ मेरे साथ बलात्कार किया बल्कि मुझे अपने गुर्गों के हवाले कर दिया।’
ज्ञात हो कि इस पीड़ित लड़की ने विधायक पर बलात्कार का आरोप लगाया था। विधायक जेल में बंद है।
पीड़िता ने कहा, ‘दो बार मेरे साथ बलात्कार करने के बाद द्विवेदी ने मुझ पर अपने एक नौकर से शादी करने का दबाव बनाया ताकि वह लगातार मेरा इस्तेमाल करता रहे। जब मैंने उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो उसने मुझे अपने रिवॉल्वर से मार देने की धमकी दी।’
उसने कहा, ‘मौका मिलते ही मैं विधायक के घर से भाग निकली। वहां मुझे चार दिनों तक कैद में रखा गया था।’ पीड़िता के मुताबिक, ‘विधायक के घर से फरार होने के बाद उसके गुंडों ने पुलिस अधिकारियों को सौंपने के पहले मेरी पिटाई की। पुलिस ने भी मुझे शारीरिक प्रताड़ना दी।’
लड़की के मुताबिक जब उसे झूठे आरोपों में जेल में बंद कर दिया गया तो बांदा के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार दास ने विधायक के खिलाफ बलात्कार का मामला वापस लेने के लिए दबाव बनाया।
लड़की ने कहा, ‘दास बांदा जेल में मेरे कक्ष में आए और उन्होंने शिकायत वापस लेने का निर्देश दिया। लेकिन मैंने उन्हें स्पष्ट कह दिया कि मैं किसी सूरत में ऐसा नहीं करूंगी। चाहे जो हो जाए।’
 

बेटे के साथ छिपकर रह रही भारतीय राजनयिक की पत्नी

लंदन में सरकारी निवास पर भारतीय राजनयिक अनिल वर्मा ने अपनी पत्नी की कथित रूप से पिटाई की जिसके बाद वह अपनी जान पर खतरे के चलते अपने पांच साल के बेटे के साथ किसी सुरक्षित स्थान पर छिपकर रह रही हैं। अनिल वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने लंदन स्थित आधिकारिक निवास में अपनी पत्नी के साथ मारपीट की।
     
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार परोमिता वर्मा ने इस घटना के बाद घर छोड़ दिया है और उन्हें अपनी जान का खतरा सता रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक परोमिता ने आशंका जताई है कि उन्हें जबरन भारत भेजा जा सकता है। इस आशंका के मद्देनजर उन्होंने मानवीय आधार पर ब्रिटेन में रहने के लिए आवदेन किया है।
     
पश्चिम बंगाल कैडर के आईएएस अधिकारी अनिल वर्मा ब्रिटेन स्थित भारतीय उच्चायोग में तीसरे वरिष्ठतम राजनयिक और मंत्री (आर्थिक) हैं। खबर है कि जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपने राजनयिक विशेषाधिकारों की चर्चा की है और कहा है कि उनके खिलाफ अभियोजन नहीं चलाया जा सकता है।  उनपर आरोप है कि दिसंबर में उन्होंने अपनी पत्नी से मारपीट की थी।
ब्रिटिश अखबार ने वर्मा परिवार के एक मित्र के हवाले से कहा कि यहां अपने पूरे समय में अनिल वर्मा अपने राजनयिक ओहदे की डींगें हांकते रहे हैं और वह परोमिता से कहते कि उनकी राजनयिक हैसियत की वजह से कोई उन्हें छू भी नहीं सकता। वर्मा परिवार के मित्र ने कहा कि वह उसे परेशान करते रहते और कहते कि जितनी बार चाहो, उतनी बार पुलिस बुला लो। मुझे राजनयिक विशेषाधिकार प्राप्त हैं।
     
पारिवारिक मित्र ने अखबार से कहा कि उन्हें (राजनयिक) ऐसा करने में कोई शर्म नहीं आई। उन्हें बहुत सारी शक्ति प्राप्त है और वह इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। परोमिता छिपकर रह रही हैं और वह अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। पिछले हफ्ते विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर बयान जारी कर कहा था कि विदेश मंत्रालय और हमारा उच्चायोग इस बारे में अवगत हैं तथा वे मामले को देख रहे हैं।
घटना का ब्यौरा देते हुए परिवार के मित्र ने कहा कि अनिल घटना वाले दिन सुबह के समय अचानक गुस्से से आग बबूला हो गए और घर में एक क्रिसमस ट्री रखे होने पर झगड़ा करने लगे जो उन्हें परोमिता के एक रिश्तेदार ने दिया था। वर्मा परिवार के मित्र ने बताया कि वह दनदनाते हुए सीढ़ियों पर चढ़े और क्रिसमस ट्री को बाहर फेंक दिया। परोमिता उनके पीछ़े़़पीछे भागीं और उन्हें रोकने की कोशिश की क्योंकि इसे उनका बेटा सजा रहा था।
      
पारिवारिक मित्र ने बताया कि इस पर अनिल पीछे की ओर मुड़े और पूरी ताकत से परोमिता के चेहरे पर मुक्का दे मारा। इससे परोमिता सीढ़ियों पर लगभग गिर पड़ीं लेकिन उन्होंने अपने नजदीक के एक जंगले को पकड़ लिया।
पारिवारिक मित्र ने बताया कि वह जोर-जोर से रोने लगीं और उनकी नाक से फव्वारे की तरह खून निकलने लगा। उनके कपड़े खून से सन गए और उन्हें खून रोकने के लिए तौलिया लगाना पड़ा। पारिवारिक मित्र ने बताया कि अनिल ने इस पर एक लफ्ज भी नहीं कहा और पत्नी की कोई देखभाल नहीं की। उन्होंने घर में मौजूद परोमिता की मां पर चिल्लाना शुरू कर दिया और उसे गालियां भी दीं।
सूत्र ने बताया कि सामने का दरवाजा खुला था और परोमिता बाहर भाग गई जहां उसके पड़ोसी खड़े थे। उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया और एक एंबुलेंस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। पड़ोसी पुलिस के आने तक परोमिता को दिलासा देने के लिए अपने घर ले गए।
पुलिस 11 दिसंबर को गोल्डर ग्रीन कि नार्थवेस्ट लंदन में परोमिता से घटना की जानकारी लेने के लिए पड़ोसियों के घर गई कि लेकिन अनिल को प्राप्त राजनयिक दर्जे की वजह से वह उन्हें गिरफ्तार करने में सक्षम नहीं थी।
 

रेल बजट में द्वितीय श्रेणी भाड़ा बढ़ने की संभावना नहीं

वित्तीय समस्याओं से जूझने के बावजूद रेलवे द्वारा आगामी रेल बजट में द्वितीय श्रेणी के यात्री भाड़े में वृद्धि किए जाने की संभावना नहीं है हालांकि माल भाड़े में मामूली बढ़ोतरी की जा सकती है।
रेलवे के सूत्रों ने कहा कि सड़क मार्ग से माल भेजने वाले ट्रांसपोर्टरों से मिल रही प्रतिस्पर्धा के चलते माल भाड़े में संभावित बढ़ोतरी की संभावना है। रेल बजट फरवरी के अंतिम सप्ताह में पेश किया जा सकता है।
   
रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय द्वितीय श्रेणी के यात्रियों पर और भार डालने के पक्ष में नहीं है और यदि बढ़ोतरी होती है तो प्रथम श्रेणी के यात्रियों के लिए होगी और काफी कम होगी।
   
बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि वित्त वर्ष 2010-11 में रेलवे की कुल आय करीब 94,765 करोड़ रूपये रही और रेलवे ढाई हजार करोड़ रुपये के घाटे का सामना कर रहा है।
सूत्रों ने कहा कि बजट में ऐसी किसी नई तरह की ट्रेन की घोषणा किए जाने की संभावना है जिसमें रेल का इंजन और कोच एक इकाई में होंगे। मंत्रालय के लोगों का कहना है कि इस प्रस्ताव पर हालांकि रेलवे बोर्ड के कई तबकों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि इसमें खर्च काफी आयेगा।
   
ऐसे प्रस्ताव हैं कि ऐसे ट्रेन सेट का आयात किया जाए जो फ्रांस के टीजीवी, जर्मनी के आईसीई और जापान के शिनकासेन की तरह का हो। सूत्रों के अनुसार प्रस्तावित ट्रेन सेट की कीमत 72 करोड़ रूपये आंकी गई है।
रेलवे की समय सारणी समिति की हाल ही में पुणे में हुई बैठक में ऐसे कई प्रस्ताव सामने आए और समझा जाता है कि वे इसमें बदलाव की रूपरेखा पर काम कर रहे हैं। इस संबंध में तत्काल ट्रेन पेश किए जाने की बात भी सामने आई है।
रेल मंत्री ममता बनर्जी के भाषण में शिकायत दर्ज कराने के लिए सभी क्षेत्रों में एसएमएस आधारित हेल्पलाइन शुरू किए जाने का उल्लेख भी हो सकता है। लेकिन रेल मंत्री के समझ सबसे बड़ी चुनौती वित्तीय समस्याओं से निजात दिलाने की होगी। छठे वेतन आयोग को लागू करने और माल की ढुलाई में नुकसान से मंत्रालय काफी प्रभावित हुआ है।
 

Saturday, January 15, 2011

धड़ल्ले से हो रहे हैं लिंग निर्धारण की जांच

  अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर शासन की टेढ़ी नजर है। लिंगानुपात को संतुलित करने के लिए अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापामारी कार्रवाई शुरू होगी। अल्ट्रासाउंड केंद्रों को लिंगानुपात में असंतुलन का एक कारण माना जा रहा है। शासन ने माना है कि केंद्रों में प्रसव से पहले लिंग निर्धारण की जांच भी की जा रही है। लिहाजा इनपर अंकुश लगाना जरूरी है। हालांकि 2001 जनगणना के मुकाबले अब जनपद के लिंगानुपात बेहतर हुई है। ग्रामीण के मुकाबले शहरी क्षेत्र में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या कम है। 
                                                                  
वर्ष 2001 की जनगणना के मुताबिक जिले का लिंगानुपात 1000/841 था। अब यह संख्या 880 तक पहुंची है। शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र में लिंगानुपात बेहतर है। ग्रामीण क्षेत्र में यह संख्या 920 है। जबकि शहर में प्रत्येक एक हजार लड़कों में लड़कियों की संख्या 855 है। जागरूकता के कारण कहीं न कहीं लिंगानुपात बेहतर हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ अभी भी असंतुलित मान रहे हैं। जिले में 170 अल्ट्रासाउंड केंद्र हैं। कई केंद्र ऐसे भी हो सकते हैं जो बिना पंजीकरण के चल रहे हो। वहीं पंजीकृत व गैर पंजीकृत केंद्रों में लिंग परीक्षण भी होने की आशंका जताई जा रही है। जिससे गर्भपात की संख्या में इजाफा हुआ है।  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव प्रसाद बताते हैं कि अल्ट्रसाउंड केंद्रों में लिंग परीक्षण की जांच की आशंका जताई जा रही है। लिंगानुपात में असंतुलन का कारण लिंग परीक्षण व भ्रूण हत्या भी है। लिहाजा अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमार कार्रवाई की जाएगी।                       
बीते वर्ष गर्भपात के कई मामले वर्ष 2009 व 2010 में गर्भपात के कई मामले सामने आए थे। इसमें सेक्टर-22 स्थित एक क्लीनिक में गर्भपात के दौरान एक महिला की मौत हो चुकी थी। इसके अलावा चौड़ा, छलेरा, मामूरा में झोलाछाप डॉक्टर द्वारा गर्भपात किया गया। इसके बाद महिला की हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।                              
कई अल्ट्रासाउंड में पाई गई थी खामियां वर्ष 2010 में केंद्र सरकार की टीम ने 11 अल्ट्रासाउंड केंद्र पर छापामारी की थी, इसमें एक को छोड़कर सभी में खामियां पाई गई थी। कई केंद्रों को बंद कर दिया गया था, जबकि कई को चेतावनी जारी की गई थी। मानकों को पुरा करने के बाद ही अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाने की अनुमति दी गई थी।
जिले में लिंगानुपात     
ग्रामीण                       शहरी            कुल           1000/853          1000/822       1000/841               तहसीलों के अनुसार लिंगानुपात           दादरी 1000/827                           सदर 1000/ 852           जेवर 1000/ 870      शहरों की स्थिति    नोएडा 1000/ 806         दादरी नगर 1000/ 852          जेवर नगर 1000/ 891       दनकौर    1000/ 862        बिलासपुर 1000/ 885        आंकड़े वर्ष 2001 के जनगणना के मुताबिक
 

महिलाओं के साथ बढ़ रहे हैं अपराध, सीएम का पुलता फूंका

साइबर सिटी में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए इंडियन नेशनल लोकदल के महिला विंग ने प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारे लगाए। बाद में सोहना चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला जलाकर रोष प्रकट किया। महिला विंग की जिलाध्यक्ष सुनीता कटारिया ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को संबोधित करते हुए कंहा कि हाईटेक शहर में भी महिलाओं के साथ बलात्कार होना तथा उनकी हत्याकर शवों को लावारिस फैंक देना आम बात हो गई है। इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस के इस राज में महिलाए न तो घर पर ही सुरक्षित है और न ही बाहर।
एक दिन पहले एक बस चालक व परिचालक द्वारा एक महिला के साथ बलात्कार किए जाने तथा बिलासपुर में एक महिला की जले शव के मिलने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने में नाकामयाब रही है। महिलाए खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होने सरकार से मांग की कि बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार लाया जाए तथा पुलिस प्रणाली में परिवर्तन कर सभी को आराम से जीने का हक बरकरार रखा जाए अन्यथा महिला विंग को आंदोलन करने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। शनिवार को हुए इस प्रदर्शन में महिलाया विंग की सदस्य नीलम बधोरिया, कमला मलिक, आशा शर्मा, पूनम सैनी, धर्मजीत कौर, सुशीला, मायादेवी, सोमवती, सरोज आदि भी शामिल थी। इस प्रदर्शन में इनेलो नेता भी प्रदर्शनकारी महिलाओ का हौंसला अफजाई करने के लिए प्रदर्शन के साथ चल रहे थे और सभी  कांग्रेस विरोधी नारेबाजी भी कर रहे थे
 

पेट्रोल फिर हुआ महंगा, ढाई रुपये की वृद्धि

 सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम एक बार फिर से 2.50 से 2.54 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए। एक माह में यह दूसरा मौका है जब पेट्रोल के दाम बढ़ाए गए है। नई दरें शनिवार मध्यरात्रि से ही लागू हो जाएंगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी की वजह से तेल कंपनियों ने पेट्रोल कीमतों में वृद्धि का फैसला किया है।
उद्योग के एक अधिकारी ने बताया कि देश की सबसे बड़ी ईंधन रिटेलर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने पेट्रोल के दाम 2.50 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए हैं, वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन 2.54 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करेगी।
तीसरी कंपनी भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन का पेट्रोल शनिवार मध्यरात्रि से 2.53 रुपये प्रति लीटर महंगा हो जाएगा।  इससे पहले तीनों कंपनियों ने 15-16 दिसंबर को पेट्रोल की कीमतों में 2.94 से 2.96 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया था। पिछले छह माह में यह सबसे बड़ी मूल्यवृद्धि थी।
आईओसी के पेट्रोल पंपों पर अब पेट्रोल 55.87 रुपये लीटर से बढ़कर 58.37 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा। एचपीसीएल और बीपीसीएल के पंपों पर रविवार से पेट्रोल 58.39 रुपये प्रति लीटर बिकेगा।
अभी एचपीसीएल के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल का दाम 55.85 रुपये और बीपीसीएल पर 55.86 रुपये प्रति लीटर है। अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 92 डालर प्रति बैरल की ऊंचाई पर पहुंचने की वजह से पेट्रोल कीमतों में इजाफा किया गया है। सरकार ने पिछले साल जून में पेट्रोल कीमतों को नियंत्रणमुक्त कर दिया था। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां कीमतों में वृद्धि से पहले पेट्रोलियम मंत्रालय से विचार विमर्श करती हैं।
 

Friday, January 14, 2011

चरस रखने के आरोप में दस साल की कैद

दिल्ली की एक अदालत ने चरस रखने के आरोप में यहां के एक स्थानीय निवासी को 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चंदन ने दिल्ली पुलिस की मादक पदार्थ निरोधक शाखा द्वारा गिरफ्तार किए गए दोषी विद्या कुमार राय पर सजा के अलावा एक लाख रुपये का जुर्माना भी ठोंका।
अदालत ने कहा यह मानने में कोई संदेह नहीं है कि अभियोजन पक्ष ने यह सिद्ध कर दिया है कि आरोपी के पास से दो किलो चरस बरामद हुआ। एनडीपीएस कानून के अनुसार यह मात्र व्यापारिक है। हालांकि राय ने दावा किया था कि वह पुलिस का मुखबिर है और जब उसने पुलिस के लिए काम करना बंद कर दिया तो उसे इस मामले में फंसाया गया है।
लेकिन अदालत ने उसके दावे को नकारते हुए राय को दोषी करार दिया और कहा दोषी ने पुलिस के साथ काम करने की जो बात कही थी उसे लेकर वह किसी प्रकार का सबूत पेश कर पाने में नाकाम रहा है।
 

मुस्लिम धार्मिक स्थल गिराने पर विरोध, नमाज की इजाजत

 दिल्ली में जंगपुरा इलाके में पिछले दिनों एक धार्मिक ढांचे को गिराए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच सरकार ने तनाव कम करने के मकसद से घटनास्थल पर नमाज की इजाजत दे दी।
जंगपुरा-निजामुद्दीन इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को यहां थाने के समक्ष लगभग 1,000 लोगों ने जुमे की नमाज अदा की क्योंकि प्रशासन की ओर से मौके पर 100 से ज्यादा लोगों के पहुंचने पर रोक लगाई गई थी।
पुरानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद से जंगपुरा की ओर प्रदर्शनकारियों ने एक जुलूस भी निकाला। इस जुलूस में लगभग 3,000 लोगों ने शिरकत की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों में तोड़फोड़ भी की।
इससे पहले सुबह के वक्त दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने जामा मस्जिद के शाही इमाम सैय्यद अहमद बुखारी से मुलाकात की। इस दौरान शीला ने बुखारी से कहा कि जंगपुरा में पिछले सप्ताह ढहाए गए धार्मिक ढ़ांचे के स्थान पर लोगों को नमाज की अनुमति दी जाएगी।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक वक्फ बोर्ड इस मुद्दे को लेकर अदालत में जाने वाला है। मुख्यमंत्री ने बुखारी से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इलाके में शांति कायम रहे। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस बारे में कल रात चिदंबरम से फोन पर बात की थी।
 

भारत से जुड़ने के लिए हिन्दी सीख रहे हैं विदेशी

भारत से जुड़ने के लिए बहुत से विदेशी इन दिनों हिन्दी सीख रहे हैं। उनका मानना है कि इस भाषा का ज्ञान होने पर उन्हें भारतीय लोगों के साथ घुल मिल पाने में आसानी होगी। वैश्विक कंपनियों के लिए भारत के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरने के साथ ही विदेशियों में हिन्दी के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है।
विदेशियों को हिन्दी सिखाने वाले एक कोचिंग संस्थान के प्रमुख चंद्र भूषण पांडेय ने कहा कि जो विदेशी भारत में बसना चाहते हैं या जो यहां अपना व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं, वे अधिक अच्छे परिणामों के लिए हिन्दी सीखने की आवश्यकता को महसूस करते हैं। हालांकि अंग्रेजी भारत में अब भी व्यावसायिक भाषा है, लेकिन हिन्दी का ज्ञान सांस्कृतिक बारीकी को समझने में मदद करता है।
हर महीने करीब 40 विदेशियों को हिन्दी सिखाने वाले पांडेय का कहना है कि पिछले आठ सालों में हिन्दी बोलने की मांग 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है। हिन्दी बोलने और समझने की क्षमता भारतीय संस्कृति और इतिहास को समझने के अवसर बढ़ाती है। बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत में अपने कार्यालय खोल रही हैं और वे बेहतर व्यावसायिक परिणामों तथा अपने भारतीय ग्राहकों से जुड़ने के लिए अपने अधिकारियों को हिन्दी सीखने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
गुड़गांव के हिन्दी विशेषज्ञ नीरज मेहरा का कहना है कि जो विदेशी पेशेवर अपने भारतीय समकक्षों के साथ तालमेल कर लेते हैं, वे यहां अत्यंत सफल रहते हैं। मैं विदेशियों को नमस्कार, शुक्रिया और धन्यवाद जैसे शब्द बोलना सिखाता हूं, ताकि वे बेहतर परिणामों के लिए अपनी बातचीत में इन शब्दों का इस्तेमाल कर सकें। मेहरा उन्हें सांस्कृतिक प्रशिक्षण भी मुहैया कराते हैं।
उनका कहना है कि यदि कोई विदेशी हाथ जोड़कर आपसे नमस्ते कहे तो इसकी खुशी किसी के द्वारा आपको हेलो कहे जाने से ज्यादा होती है। भारत में गैर सरकारी संगठनों और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ काम कर रहे विदेशी भी हिन्दी सीखते हैं। दिल्ली में एक एनजीओ से जुड़ी स्विटजरलैंड की जूलियट ने कहा कि मैंने सोचा था कि अंग्रेजी से काम चल जाएगा, लेकिन अपने काम के दौरान मैंने महसूस किया हिन्दी सीखना आवश्यक है।
 

दिल्ली में मकर संक्रांति पर दिखा पतंगबाजी का जोश

 दिल्ली में मकर संक्रांति के अवसर पर शुक्रवार को आकाश में रंग-बिरंगी पतंगें लहराती दिखीं। फसलों के त्योहार के अवसर पर उत्साह में डूबे बच्चों और बड़ों ने जमकर पतंगबाजी में हिस्सा लिया और रेवड़ियां व गुड़ और तिल से बनी अन्य मिठाईयां खाईं।
इस खास दिन सूरज मकर राशि में प्रवेश करता है। देशभर में फसलों के कई त्योहार मनाए जाते हैं और मकर संक्रांति उन्हीं में से एक है। दिल्लीवासियों ने शुक्रवार तड़के से ही मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर इस त्योहार की शुरुआत की। श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को ताजा गन्ने, चावल और तिल से बने पकवानों को भोग लगाया।
राष्ट्रीय राजधानी के कई उद्यानों, घरों की छतों और खुले मैदानों में बच्चे, युवा और बुजुर्ग लोग इकट्ठे थे। बच्चे और युवा पतंगें उड़ाने में व्यस्त थे तो बुजुर्ग आकाश में उड़ान भरती पतंगों को देख रहे थे। सुरभि शर्मा नाम की एक छात्र ने बताया कि मेरे लिए मकर संक्रांति का मतलब बहुत सी रेवड़ियां खाना है। आज का दिन बहुत साफ था और धूप खिली थी इसलिए यह इस त्योहार को मनाने के लिए सर्दियों को बहुत अच्छा दिन था।
 

Thursday, January 13, 2011

जल्द लौटेंगे पुराने दिन, प्याज मिलेगी 5 रुपए किलो

प्याज की कीमत अगले हफ्ते से पांच रुपये प्रति किलो हो सकती है। दिल्ली के आजादपुर थोक सब्जी विक्रेता संघ ने गुरुवार को कहा कि अगले सप्ताह से बाजार में प्याज की नई फसल आ जाएगी।
चैंबर ऑफ आजादपुर फ्रूट एंड वेजीटेबल ट्रेडर के महासचिव रंजन शर्मा ने कहा कि लोहरी के बाद नई फसल आने लगती है, जिसके कारण बाजार प्याज की नई फसल से भर जाएगा और खुदरा दुकानों पर प्याज पांच से 10 रुपए प्रति किलो भाव पर मिलना शुरू हो सकती है। पिछले महीने प्याज की कीमत 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी।
शर्मा ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को खुदरा विक्रेताओं को 400 टन प्याज बेचे हैं और इसकी कीमत अभी 20-40 रुपए प्रति किलो चल रही है। प्याज के थोक कारोबारी आयकर अधिकारियों द्वारा मारे जा रहे छापे के विरोध में दो दिनों से हड़ताल पर थे, जिसे उन्होंने बुधवार को वापस ले लिया।
उन्होंने कहा कि दो दिनों की हड़ताल के कारण अभी उनके पास कम प्याज है, लेकिन दो-तीन दिनों में प्याज की आपूर्ति बढ़ जाने से कीमत कम हो जाएगी। व्यापारियों ने बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने हड़ताल वापस ले ली।
 

Wednesday, January 12, 2011

जंगपुरा में अवैध धार्मिक निर्माण गिराया

 दक्षिण-पूर्व दिल्ली में जंगपुरा स्थित एक अवैध धार्मिक निर्माण को बुधवार को भारी पुलिस बलों की मैजूदगी में गिराया गया। निर्माण को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने बुधवार सुबह गिराया।
डीडीए के उप निदेशक मंगेज सिंह के मुताबिक, धर्मिक निर्माण अवैध रूप से डीडीए की जमीन पर किया गया था। एक समिति की मंजूरी मिलने के बाद उसे गिराया गया। सिंह ने कहा कि डीडीए की जमीन पर यह धार्मिक निर्माण और एक झुग्गी बस्ती बसी थी। हमने झुग्गी को पहले ही हटा दिया था मगर धार्मिक निर्माण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था। इसके लिए हमें समिति की मंजूरी की जरूरत थी जो ऐसे निर्माण के बारे में काम करती है।
किसी अनहोनी को टालने के लिए वहां भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। निर्माण को गिराते वक्त उस इलाके में ट्रैफिक को भी रोक दिया गया था।
 

दिल्ली में प्याज व्यापारियों की हड़ताल खत्म

 दिल्ली के प्याज के थोक व्यापारियों ने बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मुलाकात के बाद हड़ताल वापस ले ली। मुख्यमंत्री ने उनके परिसरों पर छापेमारी करके उन्हें और ज्यादा प्रताडित न करने का आश्वासन दिया है। व्यापारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने माना कि वे जमाखोरी नहीं कर रहे हैं।
चैंबर ऑफ आजादपुर फ्रूट एंड वेजीटेबल ट्रेडर्स के महासचिव राजन शर्मा ने कहा, ''मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद हमने हड़ताल वापस ले ली है। उन्होंने कहा है कि आयकर अधिकारियों के छापे के बारे में वह केंद्रीय वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी से बात करेंगी और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि अब जमाखोरी से सम्बंधित और छापेमारी नहीं की जाएगी।''
प्याज की कीमत में वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराए जाने के विरोध में दिल्ली के थोक प्याज व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।
आयकर अधिकारियों ने सोमवार को आजादपुर की थोक सब्जी मंडी के साथ पूरी दिल्ली में प्याज व्यापारियों पर छापे मारे थे। ये छापे पूरे देश में कीमतों में हुई वृद्धि को कम करने के लिए प्याज की जमाखोरी रोकने के लिए मारे गए। महाराष्ट्र के नासिक में बेमौसमी बरसात के बाद फसल चौपट होने के कारण पूरे देश में प्याज की कीमत अचानक बढ़ गई। अधिकारी अब इसके और अधिक बढ़ने से रोकने के लिए जमाखोरी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
आयकर अधिकारियों ने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में भी इस तरह के छापे मारे थे। दिल्ली में थोक बाजार में प्याज की कीमत 40-47 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजार में लगभग 60 रुपये प्रति किलो पर चल रही है।
 

बलात्कार आरोपी विधायक कि गिरफ्तारी के आदेश

उत्तर प्रदेश सरकार ने बांदा में एक दलित युवती से बलात्कार के आरोपी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के आदेश जारी किए हैं।
कैबिनेट सचिव शशांक शेखर सिंह ने बुधवार को यहां कहा कि सीबीसीआईडी की प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर विधायक द्विवेदी व तीन अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक को बुधवार शाम ही सीबीसीआईडी की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला किया गया।
उल्लेखनीय है कि शहबाजपुर गांव की एक दलित लड़की ने अदालत में लिखित बयान देकर विधायक पर कथित तौर पर बंधक बनाकर बलात्कार करने का आरोप लगाया था।
 

Tuesday, January 11, 2011

मोदी की चाहत, दुनियाभर में उड़ान भरें गुजरात की पतंगें

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि राज्य के पतंग उद्योग का कारोबार मौजूदा चार अरब रुपए से बढ़ाकर अगले पांच साल में सात अरब रुपए तक करने की योजना पर काम चल रहा है।
इस उद्देश्य के लिए मोदी ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन (निड) और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) जैसे संस्थानों के छात्रों का सहयोग मांगा, ताकि नई तरह की पतंगें डिजाइन की जा सकें।
राज्यपाल डॉ़ कमला द्वारा साबरमती नदी के सामने 21वें अंतरराष्ट्रीय पतंग उत्सव का उदघाटन किया गया। इसके बाद मोदी ने कहा कि पतंग उत्सव गरीब लोगों से जुड़ा है क्योंकि हम जिन पतंगों को उड़ाते हैं वे उनके द्वारा ही बनाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब पतंग कारोबार सालाना 30-35 करोड़ रुपए तक सीमित था। लेकिन जब से हमने पतंग उत्सव का आयोजन शुरू किया, इस उद्योग का व्यवसाय बढ़कर 400 करोड़ रुपए तक हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच साल में हम पतंग उद्योग को 700 करोड़ रुपए के कारोबार तक पहुंचाना चाहते हैं।
मोदी ने कहा कि मैं निड और निफ्ट जैसे संस्थानों के छात्रों से आग्रह करना चाहूंगा कि वे आगे आएं और नई तरह की पतंगों पर अनुसंधान करें। गुजरात के लोग उनके द्वारा डिजाइन की गई पतंगों को बनाएंगे और इन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचेंगे।
उन्होंने घोषणा की कि अगले साल वह पतंगों पर सर्वश्रेष्ठ नारा, गीत और फिल्म प्रतियोगिताओं का आयोजन कराना चाहते हैं। राज्यपाल डॉ़ कमला ने उत्सव का उदघाटन करते हुए कहा कि पतंगें सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि आकाश में सैकड़ों पतंगों को उड़ते देखना अपने आप में एक अद्वितीय अनुभव है। दुनिया के 37 देशों के 100 से अधिक पतंगबाज इस समारोह में शिकरत कर रहे हैं। उनके अतिरिक्त देशभर से 150 प्रतिभागी पतंगबाजी का अपना हुनर दिखाने इस उत्सव में आए हैं।
 

युवती के साथ बलात्कार हुआ: सीबीसीआईडी

उत्तर प्रदेश में बांदा की एक दलित युवती के साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक द्वारा बलात्कार के आरोप की जांच कर रहे सीबीसीआईडी ने अपनी शुरुआती जांच में बलात्कार होने की पुष्टि की है।

सीबीसीआईडी ने बलात्कार मामले में मंगलवार को अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। सीबीसीआईडी के महानिरीक्षक गुरूवचन लाल ने बताया कि बलात्कार जांच मामले में अंतिम रिपोर्ट 21 जनवरी को सौंपी जाएगी। प्रारम्भिक रिपोर्ट में युवती शीलू के साथ बलात्कार होने की पुष्टि हुई है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह कैसे बताया जा सकता है कि युवती के साथ बलात्कार नरैनी से बसपा के विधायक पुरूषोतम द्विवेदी ने ही किया है लेकिन यह सच है कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। सीबीसीआईडी सूत्रों के मुताबिक विधायक की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है।

सीबीसीआईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि चोरी के आरोप में युवती को पिछली 14 जनवरी को जेल भेजे जाने के वक्त उसकी हालत खराब थी। जांच टीम ने जेल में दो महिला बंदी रक्षकों के बयान भी दर्ज किए। बंदी रक्षकों ने भी युवती की हालत ठीक नहीं होने की पुष्टि की।
जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि युवती पर लगाए गए चोरी के आरोप गलत थे। विधायक ने जिस मोबाइल फोन चोरी के आरोप में शीलू को गिरफ्तार कराया, वह फोन उन्होंने खुद ही उसके पिता से बात करने के लिए दिया था। जांच टीम ने युवती के बयान को सही पाया है। टीम ने उन लोगों से भी बात की जहां बलात्कार के बाद युवती ने जाने की बात कही थी। युवती के बालिग या नाबालिग होने के बारे में आज बांदा की अदालत में सुनवाई होनी थी लेकिन स्कूल के प्राचार्य के उपस्थित नहीं होने के कारण इसकी तारीख अब 17 जनवरी तय की गई है। मुंसिफ मजिस्ट्रेट रवि गुप्ता ने अब ग्राम सचिव को अब परिवार रजिस्टर के साथ उपस्थित होने का आदेश दिया है।

बलात्कार पीड़ित युवती की जमानत पर कार्रवाई उसके बालिग और नाबालिग साबित होने पर ही हो सकती है। यदि वह नाबालिग हुई तो पूरी कार्रवाई बाल अदालत में होगी। युवती ने कल अदालत में द्विवेदी द्वारा बलात्कार किए जाने को लेकर मुंसिफ मजिस्ट्रेट रवि गुप्ता के समक्ष लिखित बयान दिया था।

बयान में उसने कहा कि विधायक के समर्थक भी उसके साथ अक्सर गलत हरकतें किया करते थे। शीलू ने कहा कि उसने इस बात की शिकायत पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में भी की थी लेकिन पुलिस अधीक्षक ने उसे अधूरा बता कर वापस कर दिया था। शीलू को कल वह पत्र भी दिखाया गया जो उसने पुलिस अधीक्षक को लिखा था। बलात्कार पीड़ित युवती ने कहा कि पत्र का दूसरा पृष्ठ उसके द्वारा लिखा नहीं गया है।
इससे पूर्व पुलिस ने स्कूल के स्थानांतरण प्रमाण पत्र "टीसी" के आधार पर दावा किया था कि युवती बालिग है। शीलू को बसपा विधायक के यहां घरेलू काम करने के लिए रखा गया था और विधायक के घर में चोरी करने के आरोप में उसे 14 दिसम्बर को जेल भेज दिया गया था। युवती ने आरोप लगाया है कि उसके साथ विधायक और उनके कुछ समर्थकों ने बलात्कार किया।
उसने जब इसकी शिकायत पुलिस में की तो उसे चोरी के झूठे मामले में जेल भेज दिया गया।
यह शिकायत मिलने पर बसपा प्रमुख मायावती ने विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया तथा इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी थी। दूसरी ओर द्विवेदी ने युवती के आरोप को गलत बताते हुए कहा पुलिस को आज दिए बयान में उनके विरोधियों ने उन्हें फंसाने के लिए यह साजिश रची है।
 

वाराणसी के शीतला घाट पर विस्फोट बनी बड़ी खबरनई दिल्ली)

वाराणसी में गंगा नदी के घाट (शीतला घाट) पर आरती के दौरान कम तीव्रता का बम विस्फोट और प्याज के दामों में अंधाधुंध वृद्धि की खबरें सुर्खियां बनी। दिसंबर माह की मुख्य खबरें इस प्रकार हैं:
एक दिसंबर: आंध्रप्रदेश में मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे के बाद मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के खिलाफ बगावत। दो मंत्रियों के इस्तीफे (हैदराबाद)।
तीन दिसंबर: घरेलू एयरलाइनों का किराया बढ़ाने का प्रस्ताव खारिज। सरकार ने अंतिम समय में टिकट के दाम औसत से अधिक किए जाने पर जुर्माना लगाने की चेतावनी दी (नई दिल्ली)।
चार दिसंबर: राष्ट्रमंडल खेलों में क्वीन बैटॅन रैली के लिए कथित ऊंची दर पर तैयारी करने के बारे में ब्रिटेन स्थित आशीष पटेल से पूछताछ और उनकी दोनों कंपनियों के वित्तीय ब्यौरे मांगने के लिए लैटर्स रोगेटरी जारी करने का रास्ता साफ (नई दिल्ली)।
पांच दिसंबर: 1998 में पोखरन परीक्षण के बाद शुरू हुए देश के परमाणु अलगाव की समाप्ति के दो साल बाद भारत से परमाणु रिएक्टरों की स्थापना के लिए करार पर हस्ताक्षर करने वाला फ्रांस पहला देश बना (नई दिल्ली)।
सात दिसंबर: वाराणसी में गंगा नदी के घाट (शीतला घाट) पर आरती के दौरान कम तीव्रता का बम विस्फोट होने से एक बच्ची मारी गए और छह विदेशियों सहित 37 घायल हुए (वाराणसी)।
उत्तर प्रदेश की पूर्व विवादित मुख्य सचिव नीरा यादव और फ्लेक्स इंडस्ट्रीज के मालिक अशोक चतुर्वेदी को भूमि घोटाला मामले में चार साल की सजा (गाजियाबाद)।
सात दिसंबर: सरकार ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज 2001-2009 की अवधि के दौरान की स्पेक्ट्रम आवंटन प्रक्रिया और नीतियों पर विचार करेंगे। इस अवधि में राजग भी सत्ता पर था (नई दिल्ली)।
आठ दिसंबर: सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में, कारपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया और अन्य की अपने साथ बातचीत के विवादित टैप के लीक अंश मीडिया में प्रकाशित होने से रोकने की रतन टाटा की अपील खारिज की (नई दिल्ली)।
10 दिसंबर : सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के खिलाफ की गई अपनी उन कठोर टिप्पणियों को हटाने से इंकार कर दिया जिसमें उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट में कुछ गड़बड़ होने और अंकल जज सिंड्रोम व्याप्त होने की बात कही थी। शीर्ष अदालत ने हाईकोर्ट से कहा कि वह आत्म विश्लेषण करे और प्रतिक्रिया न व्यक्त करे (नई दिल्ली)।
11 दिसंबर: महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख, शहीद हेमंत करकरे की पत्नी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पर उनके इस बयान के लिए नाराजगी जताई कि करकरे को कट्टरपंथी हिंदू समूहों से अपनी जान का खतरा था (मुंबई)।
13 दिसंबर: गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने बलात्कार जैसी घटनाओं के लिए दिल्ली में रह रहे प्रवासियों को दोषी ठहराया। इस बयान की राजनीतिक नेताओं द्वारा कड़ी आलोचना किए जाने के बाद उन्होंने बयान वापस ले लिया (नई दिल्ली)।
सरकार ने 2011 की जनगणना में किन्नरों को अलग श्रेणी में रखने की तकनीकी सलाहकार समिति की सिफारिशें स्वीकार कर लीं (नई दिल्ली)।
14 दिसंबर: पूर्व केंद्रीय मंत्री ए. राजा द्वारा एक आपराधिक मामले में मद्रास हाईकोर्ट के एक जज को प्रभावित करने संबंधी विवाद में पूर्व प्रधान न्यायाधीश के. जी. बालकृष्णन भी उलझे जब सुप्रीम कोर्ट के एक वर्तमान जज एच. एल. गोखले ने  विरोधाभासी बातें कहीं (नई दिल्ली/अहमदाबाद)।
16 दिसंबर: चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने कहा कि भारत और चीन को अपने हितों के विस्तार के अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मामलों में नई दिल्ली की बड़ी भूमिका का समर्थन भी किया (नई दिल्ली)।
17 दिसंबर: पुलिस का मुखबिर होने के संदेह में माओवादियों ने झालदा इलाके में फारवर्ड ब्लॉक के पांच कार्यकर्ताओं की हत्या की (पुरुलिया/पश्चिम बंगाल)।
18 दिसंबर: एक आपराधिक मामले में न्यायापालिका को प्रभावित करने के पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा के कथित प्रयास को लेकर उठे विवाद के बीच पूर्व न्यायधीश एस. रघुपति ने दोहराया कि उन्होंने जो पत्र मद्रास हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायधीश एच. एल. गोखले को लिखा था उसमें ए. राजा का नाम था (चेन्नई)।
19 दिसंबर: कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के 83वें महाधिवेशन में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए ऐसी व्यवस्था बनाने की वकालत की, जिसमें राजनेताओं सहित सरकारी मुलाजिमों के भ्रष्टाचार के मामले त्वरित आधार पर निपटाये जाएं। उन्होंने ऐसा तंत्र बनाने का सुझाव दिया जो भ्रष्टाचार के मामलों को तय समयसीमा के भीतर निपटायें (नई दिल्ली)।
20 दिसंबर: नक्सलवाद को देश के लिए एक बड़ी चुनौती बताते हुए कांग्रेस के 83वें महाधिवेशन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई केवल सुरक्षा बलों के जरिये नहीं जीती जा सकती, क्योंकि समस्या का एक पहलू विकास से भी जुड़ा हुआ है (नई दिल्ली)।
21 दिसंबर: भारतीय सेना को क्रूज मिसाइलों की अबाध आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए ब्रह्मोस एयरोस्पेस और रूसी एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया के बीच एक प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर हुए। इस प्रोटोकॉल के तहत इसकी समयसीमा के दौरान जरूरी सामान की कीमतों में किसी तरह की वृद्धि नहीं होगी (नई दिल्ली)।
22 दिसंबर: भारत ने देश में विकसित और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का उड़ीसा तट के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण स्थल (आईटीआर) से सफल प्रायोगिक परीक्षण किया (बालेश्वर)।
निठारी हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त सुरेन्द्र कोहली को सीबीआई की विशेष अदालत ने दीपाली हत्याकांड में दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई और तीन हजार रुपए का जुर्माना लगाया (गाजियाबाद)।
प्याज की ऊंची कीमतों पर अंकुश के लिए सरकार ने इसके आयात पर पांच प्रतिशत के सीमा शुल्क को समाप्त कर दिया और इसके निर्यात पर प्रतिबंध को बढ़ाकर अनिश्चितकाल तक कर दिया। पहले सरकार ने प्याज के निर्यात पर 15 जनवरी, 2011 तक के लिए प्रतिबंध लगाया था (नई दिल्ली)।
24 दिसंबर: सीबीआई ने राष्ट्रमंडल खेलों में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी तथा उनके एक सहयोगी के दिल्ली तथा पुणे स्थित आवासीय परिसरों पर छापे मारे।

Monday, January 10, 2011

श्वेता के सिर सजा बिग बॉस का ताज

टेलीविजन चैनल कलर्स के विवादित रियलिटी शो ‘बिग बॉस-4’ की विजेता का ताज श्वेता तिवारी के सिर सजा है। शनिवार को ग्रैंड फिनाले में पहले रनर अप द ग्रेट खली और दूसरे रनर अप अश्मित रहे। विजेता को एक करोड़ रुपये की इनामी राशि दी गई। 
‘बिग बॉस’ का विजेता बनने के लिए आखिर में चार प्रतियोगी श्वेता, अश्मित, द ग्रेट खली और डॉली बिंद्रा बचे थे। इनके बीच कांटे की टक्कर थी। मगर, अपने प्रशंसकों के वोट के सहारे श्वेता ने प्रतिद्वंद्वियों को मात दे दी। यह पहला मौका है जब ‘बिग बॉस’ में किसी महिला ने बाजी मारी है। श्वेता टीवी कलाकार हैं और वह ‘कसौटी जिंदगी की’ धारावाहिक से चर्चित हुई थीं। इससे पहले बिग बॉस के विजेता राहुल राय, आशुतोष कौशिक और विंदू दारा सिंह थे।
सोलह हफ्ते से चल रहे इस शो में श्वेता ने पहले ही दिन घर में प्रवेश किया था। उनके साथ अश्मित भी आए थे। द ग्रेट खली और डॉली को बाद में इस घर में बुलाया गया। डॉली ने अपनी हरकतों से बिग बॉस के घर में भूचाल ला दिया था। उन्हें घर से बाहर कर दिया गया था। बाद में उन्हें फिर से घर में लाया गया।
 

Sunday, January 9, 2011

प्याज जमाखोरों पर आयकर अधिकारी मारेंगे और छापे

 आयकर विभाग ने शनिवार को पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के प्याज व्यापारियों के नगर में स्थित व्यवसाय प्रतिष्ठानों पर जांच अभियान चलाया और कहा कि जमाखोरी और गलत तरीके की मुनाफाखोरी का पता लगाने के लिए आने वाले दिनों में देश भर के प्याज व्यापारियों पर और ज्यादा छापेमारी की जाएगी।
विभागीय सूत्रों ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के प्याज व्यापारियों के नगर स्थित ठिकानों पर उन्होंने तलाशी अभियान चलाया। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने उन व्यापारियों के ठिकानों की जांच की जिनके यहां शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में आयकर अधिकारियों ने तलाशी ली थी। हालांकि उन्होंने कहा कि ताजा छापेमारी में देश भर के प्रमुख प्याज व्यापारियों पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के किसी व्यापारी के यहां तलाशी नहीं ली गई बल्कि पड़ोसी राज्य के कुछ व्यापारियों के नगर स्थित परिसरों पर जांच की गई। ताजा अभियान में देश भर के प्रमुख प्याज व्यापारियों पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा।
आयकर के अधिकारियों ने शुक्रवार को लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, बरेली, मेरठ और प्रदेश के अन्य स्थानों के थोक प्याज व्यापारियों के परिसरों में छापेमारी की थी। जमाखोरी को रोकने के लिए इसी तरह का अभियान पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और चंडीगढ़ के करीब 10 थोक व्यापारियों के यहां किया गया।
 

जनगणना 2011: पहली बार किन्नरों की गिनती

  जनगणना अधिकारी जब देश में एक अरब से अधिक लोगों का ब्यौरा तैयार करने के भागीरथी कार्य को आगे बढ़ाएंगे तब पहली बार उन्हें किन्नरों का भी लेखा-जोखा तैयार करना होगा क्योंकि सरकार ने 2011 की जनगणना में इनके लिए एक अलग श्रेणी बनाई है।
जनगणना की इस प्रक्रिया में किन्नरों को अन्य श्रेणी में शामिल किए जाने का समुदाय के लोगों और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे उन्हें समाज में पहचान मिलेगी और उन्हें मतदान और अपने खिलाफ अपराध को दर्ज कराने का बुनियादी अधिकार प्राप्त होगा।
इस समुदाय के लिए काम करने वाले और अस्तित्व समूह से जुड़े अंतरराष्ट्रीय कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि यह कदम उन्हें आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। अभी तक हम अनजाने लोग थे, लेकिन अब हमें देश में एक दर्जा मिल सकेगा।
एचआईवी एडस पर संयुक्त राष्ट्र नागरिक संस्था कार्य बल में शामिल एकमात्र 32 वर्षीय किन्नर ने कहा कि उनकी ओर से वर्षों से इसके लिए गुहार लगाई जा रही थी और इस कदम से उन्हें बुनियादी अधिकार प्राप्त होने के साथ मनुष्य के रूप में सम्मान भी प्राप्त होगा।
वर्तमान में किन्नरों को पुरूष समुदाय के तहत शामिल किया गया है। सरकार की तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) ने प्रस्ताव किया कि 2011 की जनगणना के दौरान पुरूषों को कोड एक, महिलाओं को कोड दो और किन्नरों को कोड तीन दिया जाएगा। इसको बाद में स्वीकार कर लिया गया। नाज फाउंडेशन की अंजली ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि समाज के अनजाने चेहरे से अब इन्हें एक पहचान मिल सकेगी।
उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार, भारत में अभी करीब पांच लाख किन्नर हैं लेकिन जनगणना के माध्यम से इनकी गिनती करने से इनकी वास्तविक संख्या का पता चल सकेगा। उन्होंने कहा कि आप देश के किसी स्वयंसेवी संस्था से किन्नरों की संख्या के बारें में पूछे, तो उनकी ओर से कोई पुष्ट आंकड़ा नहीं दिया जा सकेगा। सरकार की ओर से इस समुदाय के लोगों की गिनती करने के फैसले के बाद सामाजिक कार्यकर्ता एवं विभिन्न संस्था शिविर लगाकर जागरुकता फैलाने के काम में जुट गए हैं।

सोनिया गांधी से जुड़ता है बोफोर्स घोटालाः भाजपा

  बोफोर्स मामले में रिश्वत दिए जाने संबंधी खबरों के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रविवार को तय किया गया कि इस मामले को वह हर संभव कानूनी मंच पर उठाएगी।
पार्टी की संपन्न दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आरोप लगाया गया कि इतालवी कारोबारी ओतावियो क्वात्रोकि की बोफोर्स रिश्वत मामले में संलिप्तता में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की भूमिका का सीधा संकेत मिलता है।
बीते बरस में एक के बाद एक हुए घोटालों के बाद 2011 को कांग्रेस की ओर से लीपापोती करने का वर्ष करार देते हुए बैठक में घोषणा की गई कि भाजपा भ्रष्टाचार के मुद्दों को हरसंभव कानूनी मंच पर उठाएगी और लोगों को इस बारे में जागरूक करेगी।
पार्टी के मुताबिक, जनता को कांग्रेस के भ्रष्टाचार के बारे में जागरूक बनाने के लिए रैलियां आयोजित की जाएंगी। ये रैलियां तालुक स्तर पर भी आयोजित होंगी। पार्टी प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा हम मानते हैं कि जिस तरह रिश्वत दी गई, उसे आयकर अपीली प्राधिकरण ने क्वात्रोकि के रूप में पहचान कर स्पष्ट रूप से स्थापित कर दिया है। हम सभी जानते हैं कि क्वात्रोकि की तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी तक पहुंच थी। इस प्रकार पूरा मामला सीधे तौर पर सोनिया से जुड़ता है।
बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कांग्रेस और संप्रग की आलोचना की गई है। भाजपा ने क्वात्रोकि और उसके सौदों के साथ संबंधों को लेकर गांधी परिवार से स्पष्टीकरण भी मांगा है। सीतारमन ने कहा कि कांग्रेस के प्रथम परिवार को पूरे मामले में अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है। क्वात्रोकि कौन था और उसके तत्कालीन प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) के घर से क्या संबंध थे तथा अगर क्वोत्रोकि ने रिश्वत ली थी तो वह धन कहां है।
यह पूछे जाने पर कि अब तक गांधी परिवार के प्रति अधिक आक्रामक रुख न रखने वाली भाजपा ने क्या अब कांग्रेस अध्यक्ष को निशाना बनाने का फैसला किया है, सीतारमन ने कहा आयकर अपीली न्यायाधिकरण एक अर्ध सरकारी निकाय है, जिसने क्वात्रोकि को दोषी पाया है। उसकी तत्कालीन प्रधानमंत्री तक सीधी और स्पष्ट पहुंच रही है। फिर, आप हमसे और क्या उम्मीद रखते हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी कह चुके हैं कि उन्होंने दरें बढ़ाने के लिए आवश्यक अनुमति ली थी। उनकी यह स्वीकारोक्ति प्रधानमंत्री कार्यालय की भूमिका बताती है। सीतारमन ने कहा उन्हें भी इन मंजूरी के बारे में बताना होगा। संयुक्त सचिवों से मंजूरी मिलना पर्याप्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन, आदर्श आवासीय सोसायटी और राष्ट्रमंडल खेल घोटालों को भी उठाया जाएगा।
 

बाबरी कमेटी की बैठक में तय हुई आगे की रणनीति

बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ के फैसले और उसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका के मद्देनजर रविवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बाबरी मस्जिद कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें मुस्लिम पक्ष ने आगे की रणनीति तय की।
दिल्ली में हुई इस बैठक में पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ पदाधिकारी, कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल रहमी कुरैशी और मामले की वादी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। बीते वर्ष 30 सितंबर को न्यायालय का फैसला आने के तीन महीने के भीतर उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करनी थी। इसी के मद्देनजर सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से 14 दिसंबर को आरंभिक याचिका दायर कर दी गई थी।
पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और कमेटी के प्रवक्ता एस क्यू आर इलियास ने बातचीत में बैठक में हुए फैसलों की विस्तत जानकारी देने से इंकार किया तो हालांकि उन्होंने इतना जरूर बताया कि बैठक में आगे की रणनीति तय की गई है।
इलियास ने बताया कि पर्सनल लॉ बोर्ड की बाबरी मस्जिद कमेटी की बैठक में सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में मामले की समीक्षा की गई। बैठक में यह भी फैसला हुआ कि फिलहाल मीडिया को आगे की रणनीति की विस्तृत जानकारी नहीं दी जाएगी।
उधर, बोर्ड के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि इस बैठक में प्रमुख रूप से यह फैसला हुआ कि आगे उच्चतम न्यायालय में एक से अधिक अपील दायर की जाएगी। फिलहाल दो अपील दायर की गई और मामले से संबंधित कुछ और लोगों की ओर से अपील दायर की जा सकती है। कई मुस्लिम संगठन मध्यस्थ बनने की भी तैयारी में हैं।
कुछ दिन पहले इलियास ने कहा था सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से एक आरंभिक याचिका दायर की गई है। अब उच्चतम न्यायालय में इस मामले पर अपना विस्तृत पक्ष रखने की तैयारी की जा रही है। हमने मशहूर वकील राजीव धवन को अपनी पैरवी के लिए चुना है। आगे कुछ और वकीलों की मदद लेने पर बात चल रही है।
उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने बहुमत से यह फैसला किया था कि विवादित जमीन को तीन हिस्सों में बांटा जाएगा। अदालत ने यह भी कहा था कि जिस स्थान पर रामलला विराजमान हैं, वही राम जन्मभूमि है।
 

Saturday, January 8, 2011

बर्फीले तूफान में फंसी तनिषा

काजोल की बहन तनिषा मुखर्जी जाने-अनजाने खुद को किसी ना किसी मुसीबत में घिरा पाती हैं। मई में वह उस समय थाईलैंड में फंस गयी थीं, जब वहां राजनीति माहौल गर्म था। वह थाईलैंड में किसी फिल्म की शूटिंग कर रही थीं। इस बार तनिषा एक बर्फीले तूफान के बीच फंसी हैं। तनिषा ने अपने कुछ दोस्तों के साथ नया साल लॉस एंजेल्स में सेलिब्रेट करने का प्लान बनाया था। तनिषा को लंदन से न्यूयॉर्क पहुंचना था। लेकिन हीथ्रो एअरपोर्ट पर उसके लिए सब उलटा-पुलटा हो गया। बर्फीले तूफान की वजह से सारी उड़ानें डिले हो गयीं। वह कहती हैं, बर्फीले मौसम ने हमारी सारी योजनाएं खराब कर दीं। हम न्यूयॉर्क पहुंच गये थे और यहां से हमें लॉस एंजेल्स के लिए उड़ना था। लेकिन खराब मौसम की वजह से हम ऐसा नहीं कर पाए। हमने एक बार फिर खुद को बर्फीले तूफान के बीच पाया। लेकिन इस सबके बावजूद तनिषा लॉस एंजेल्स जाने की जिद पर ही अड़ी थीं। तनिषा कहती हैं, एअरपोर्ट पर अंतहीन प्रतीक्षा किसी दु:स्वप्न की तरह थी। लेकिन हम अंतत: लॉस एंजेल्स पहुंच ही गये। वहां नया साल सेलिब्रेट करने के बाद तनिषा 13 जनवरी को मुंबई लौटेंगी, जहां उन्हें सोहा अली खान और श्रेयास तलपड़े के साथ एक फिल्म की शूटिंग करनी है।
 

राजग ने दी थी अक्षरधाम मंदिर को मंजूरी: दीक्षित

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने शनिवार को कहा कि यमुना नदी के बिल्कुल किनारे बने अक्षरधाम मंदिर को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने मंजूरी दी थी।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने शुक्रवार को यह कहकर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया था कि अक्षरधाम मंदिर को बिना पर्यावरण मंजूरी के ही निर्माण की अनुमति दे दी गई थी।
दीक्षित ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उन्हें यह पता नहीं कि रमेश ने किस प्रसंग में यह बात कही, लेकिन मंदिर को राजग सरकार द्वारा मंजूरी दी गई थी और अधिकारियों ने इसकी अनुमति दी थी।
रमेश ने शुक्रवार को कहा था कि अक्षरधाम मंदिर ने पर्यावरण मंजूरी नहीं हासिल की। साथ ही उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल गांव को मिली मंजूरी पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने हालांकि कहा कि अब इसे ढहाया नहीं जा सकता है।
मंदिर और राष्ट्रमंडल खेल गांव दोनों के बनने का पर्यावरणविद विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि इससे नदी के आस-पास के पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा।
 

विधायकों की छवि क्या कभी सुधर पाएगी

भाजपा अपने विधायक राजकिशोर केसरी की हत्या से उतनी दुखी नहीं है जितने कि सुशील कुमार मोदी हुए हैं। यह भीषण आघात झेलने वाले मोदी तो मीडिया के सामने अपने विधायक का चरित्र चित्रण करने में ही जुटे रहे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकिशोर केसरी ईमानदार, कर्मठ, जुझारू नेता थे। वहीँ उन्होंने आरोपी महिला रूपम को ही ब्लैकमेलर बताया। इशारा साफ यह भी था कि वह महिला ही चरित्रहीन है।
सच क्या है वह तो जांच का विषय है। इस मामले की कई बिन्दुयों पर जांच होनी चाहिए - रूपम और राज किशोर केसरी के बीच आखिर क्या सम्बन्ध थे? रूपम विधायक को ब्लैकमेल कर रही थी, लेकिन क्यों और कैसे? क्या ये सच है कि विधायक और उनके सहयोगी विपिन राय रूपम का यौन शोषण कर रहे थे? क्या यह सच है की रूपम के बाद उसकी बेटी पर भी उनकी बुरी नजर थी? अब जहाँ तक महिला के चरित्रहीन होने की बात है तो कानून ये कहता है की पत्नी के साथ पति का या किसी वेश्या के साथ किसी भी व्यक्ति का जबरदस्ती शारीरिक सम्बन्ध स्थापित करना भी बलात्कार की श्रेणी में आता है। इस पहलू पर भी गौर होना बाकी है। 
एक बड़ा सवाल महिलाओं के खिलाफ राज्य में हो रहे उत्पीड़न और समय रहते न्याय न मिल पाने का का भी है। यूं बिहार की राजनीतिक पृष्ठभूमि में ही देखा जाए तो सनसनीखेज और चर्चित सेक्स स्केंडल सूची में श्वेता, निशा उर्फ बाबी, चंपा विश्वास, शिल्पी-गौतम, रेशमा उर्फ काजल के बाद अब रूपम पाठक- राजकिशोर केसरी का भी नाम जुड़ा है। इन तमाम मामलों की परिणति क्या हुई ये भी किसी से छुपी हुई नहीं है।
और अभी तक केसरी हत्याकांड में जो प्रगति है उससे इस मामले के हश्र की तरफ एक इशारा मिल गया है। डी़आईज़ी ने कहा कि हम हत्याकांड को केंद्र में रखकर पूरे मामले की जांच कर रहे हैं जबकि ये पूरा मामला सेक्स स्कैंडल का है जिसमें सही जांच की दिशा कुछ बड़े गिरेबान तक पहुँच सकते है। इस घटना से एक बार फिर स्पष्ट है कि जनप्रतिनिधियों के चाल- चरित्र- और चेहरे दागदार है या बहस का मुद्दा हैं? यही कारण है कि सार्वजनिक लोगों के निजी जीवन में आम लोगों की खासी दिलचस्पी हमेशा रहती है पर कई बार जब बड़ी घटना होती है तो वो मामला मीडिया की सुर्खी बन जाता है। 
रूपम के साथ क्या हुआ, ये जाँच का विषय है। पूरी घटना पर सही-गलत का फैसला किसी मोदी या मीडिया के कहने भर से नहीं होने वाला। इस पूरे मामले में उच्चस्तरीय जाँच ही दूध-का-दूध और पानी-का-पानी कर पाएगी। तब तक राजकिशोर केसरी या रूपम पाठक, दोनों में से किसी का भी चरित्र चित्रण, चरित्र हनन और महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन पूर्णिया की गलियों में मौजूद पब्लिक भले ही सब जानती है पर फैसला कानून के हाथ में है, जिसके लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा।
यूं देखा जाए तो अपराध और राजनीति में चोली-दामन का सहकार होने का खुलासा इससे भी होता है कि बिहार के 141 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लम्बित हैं। यह खुलासा उस शपथ पत्र का है, जिसे इन विधायकों ने अपने चुनाव के समय दाखिल किया था। इन 141 विधायकों में 85 ऐसे विधायक हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कई विधायकों पर हत्या और हत्या के प्रयास के भी मामले लम्बित हैं। कई विधायकों के खिलाफ ऐसे मामले लम्बित हैं जिन्हें देखने से पता चलता है कि इन्हें राजनीतिक आन्दोलनों के दौरान दर्ज किया गया होगा।
औरंगाबाद जिले में गोह के जदयू विधायक रणविजय सिंह हत्या के एक मामले में जेल में बंद हैं और यह चुनाव भी उन्होंने जेल से ही लड़कर जीता। 2005 के विधानसभा चुनाव में एक मतदान केन्द्र पर हुई गोलीबारी में हुई एक व्यक्ति की मौत के मामले में वे आरोपित हैं। फिलहाल यह मामला कोर्ट में लंबित हैं। हालांकि इस मामले में विधायक ने भी एक काउंटर केस किया है, जिसमें कहा गया है कि जब वे बूथ पर गए तो अज्ञात लोगों ने उन पर गोलियां चलाई।
इसी जिले के कुटुम्बा के विधायक ललन भुईयां पर सात साल पहले तत्कालीन पर्यटन राज्य मंत्री सुरेश पासवान ने एक सभा के दौरान उनके साथ मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया था। भागलपुर जिले के नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से इस बार जदयू के टिकट पर निर्वाचित अजय मंडल के विरुद्ध हत्या, अपहरण, मारपीट सहित कई मामले दर्ज हुए थे। कुछ में अजय मंडल को जेल भी जाना पड़ा था।
अधिकांश गंभीर मामलों में कोर्ट से उनकी रिहाई हो चुकी है। 2 मई 1993 में कहलगांव के स्टाम्प वेंडर चन्द्रानंद मिश्र का अपहरण कर हत्या करने के मामले में अजय मंडल सहित अन्य को आरोपित किया गया था। इस संबंध में सबौर कांड संख्या 90-93 के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वर्तमान में भले ही अजय मंडल के विरुद्ध कोई संगीन मामला नहीं है, लेकिन पूर्व में इनके विरुद्ध कई मामले चल रहे थे। हालांकि किसी मामले में उन्हें दोषी नहीं पाया गया है।
गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के विरुद्ध हत्या सहित कई संगीन मामले लंबित हैं। कई में रिहाई हो चुकी है। पहले से इनके खिलाफ एक दर्जन से अधिक हत्या, रंगदारी और मारपीट के मामले दर्ज हैं। इनमें से कुछ मामलों में पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दी तो कुछ में कोर्ट से रिहाई हुई है। परबत्ता थाना क्षेत्र में हत्या के मामले में उनके विरुद्ध सुनवाई कोर्ट में जारी है। कुछ मामलों में उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी।
1998 में 14 जून को पूर्णिया के माकपा विधायक अजीत सरकार की हत्या हो गयी। इस मामले में अजीत सरकार के भाई कल्याण चंद्र सरकार ने एफआईआर दर्ज करायी, जिसमें तत्कालीन सांसद पप्पू यादव आरोपी बनाए गये। तत्कालीन सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपी। 14 फरवरी 2008 को विशेष अदालत द्वारा सांसद पप्पू यादव एवं अन्य आरोपी को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी। इसी प्रकार, अप्रैल 2000 में समता पाटी के जिलाध्यक्ष बूटन सिंह की हत्या कोर्ट परिसर में कर दी गयी थी। उस समय बूटन सिंह की पत्नी लेसी सिंह धमदाहा सीट से विधायक थीं।
इसकी जांच भी राज्य सरकार ने सीबीआई को सौंपी थी। इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष एवं धमदाहा के पूर्व विधायक दिलीप कुमार यादव आरोपी हैं। यह मामला सीबीआई के पास विचाराधीन है। रूपौली सीट से पूर्व लोजपा विधायक शंकर सिंह के खिलाफ भी कई संगीन मामले विभिन्न अदालतों में चल रहे हैं। कटिहार जिले के  एमएलसी अशोक अग्रवाल जमीन विवाद को लेकर हुई सन् 2008 में विजय ठाकुर की हत्या के मामले में आरोपी हैं। इस मामले में वे जमानत पर हैं।


बिहार के कुछ और चर्चित मामले
- हत्या व रंगदारी के मामले में नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक सतीश चंद्र दूबे आरोपित हैं। मामला अपर जिला-सत्र न्यायाधीश (एफटीसी) द्वितीय रामचन्द्र साहनी के न्यायालय में विचाराधीन है। फिलवक्त विधायक जमानत पर हैं।
- मुजफ्फरपुर जिले के औराई से उम्मीदवार रहे गणेश प्रसाद यादव के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पारू के भाजपा विधायक अशोक सिंह के खिलाफ भी सरैया थाना में मामला दर्ज है, जिसमें फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
- सीवान जिले के आरजेडी बाहुबली शहाबुद्दीन ऐसे नेता हैं जिन पर 54 से अधिक मुकदमे हैं। लोकसभा चुनाव 2009 में चुनाव से वंचित रहे। उनकी पत्नी हिना शहाब चुनाव लड़ीं और हारीं। उनके राजनैतिक सफर में अपराधों की लंबी सूची है।
- सारण जिले के मढ़ौरा के पूर्व विधायक सुरेंद्र शर्मा के विरुद्ध हत्या का आरोप साबित हो चुका है। वे अमेरिका सिंह हत्याकांड में छपरा जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। हालांकि कई मामलों में वे कोर्ट से बरी भी हो चुके हैं।
- वारिसलीगंज के जेडीयू विधायक प्रदीप कुमार पर जेल ब्रेक कांड सहित आधा दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। इन मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही हैं।
 

बीते साल दिल्ली में आपराधिक वारदातों में इजाफा

पिछले तीन सालों के रूझान को पलटते हुए बीते साल 2010 में राजधानी दिल्ली में आपराधिक मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अपराध में हुए इजाफे के मद्देनजर दिल्ली पुलिस को 2011 के लिए अपनी रणनीति में बदलाव लाना पड़ा है। रणनीति में बदलाव के तहत अपराध संभावित क्षेत्रों की पहचान और संसाधनों को फिर से सही जगह इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है।
वर्ष 2009 में 50,972 आपराधिक घटनाएं सामने आईं जबकि 2010 में 52,675 मामले दर्ज किए गए। बलात्कार, छेड़छाड़, छीनाझपटी, मोटरवाहनों की चोरी और अपहरण की घटनाओं में इजाफा हुआ है। वर्ष 2007 के बाद ऐसा पहली दफा हुआ है कि राष्ट्रीय राजधानी में अपराध का ग्राफ चढ़ा है।
2006 में 84,484 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2007 में इनकी संख्या 74,111 थी। 2008 में अपराध के ग्राफ में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गयी थी और आपराधिक मामलों की संख्या 53,072 थी। बहरहाल, दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीके गुप्ता ने गुरुवार को आयोजित सालाना संवाददाता सम्मेलन में आपराधिक घटनाओं में हुई बढ़ोत्तरी को यह कहकर कम करके आंका कि प्रति एक लाख की आबादी पर हुए अपराध पिछले 10 सालों में न्यूनतम स्तर पर हैं।
 

आदर्श घोटालाः जांच आयोग के सदस्यों के नाम घोषित

बंबई हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेए पाटिल आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले में कथित अनियमितता की जांच करने वाले आयोग के मुखिया होंगे। इस घोटाले की वजह से ही अशोक चव्हाण को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि आयोग तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
    
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव पी सुब्रहमण्यन आयोग के अन्य सदस्य होंगे। दो सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा राज्य सरकार ने पिछले महीने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान की थी।
    
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि जांच आयोग को आदर्श सोसाइटी में अनियमितता की जांच करनी है। इसकी अध्यक्षता बंबई हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जेए पाटिल करेंगे और राज्य के पूर्व मुख्य सचिव पी सुब्रहमण्यन आयोग के दूसरे सदस्य होंगे।
उन्होंने कहा कि आयोग का गठन इन्क्वायरी कमीशन एक्ट, 1952 के तहत किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग आदर्श सोसाइटी के भूमि के स्वामित्व मामले की, फ्लैटों का आरक्षण, नजदीकी प्रकाश पेठे मार्ग का विस्तार, बेस्ट (सिविक) भूखंड के आरक्षण में बदलाव, तटीय नियमन क्षेत्र मानक का उल्लंघन और नौकरशाहों की भूमिका की जांच करेगा।

आयोग भविष्य में इस तरह के मामलों की पुनरावत्ति को रोकने के लिए भी सिफारिशें करेगा। चव्हाण ने कहा कि राज्य सरकार आदर्श सोसाइटी द्वारा किए गए उल्लंघनों की जांच को लेकर गंभीर है।
पॉश कोलाबा इलाके में 31 मंजिला सोसाइटी का निर्माण कथित तौर पर कारगिल युद्ध के शहीदों के परिजनों को देने के लिए आरक्षित भूखंड पर किया गया। ये फ्लैट नौकरशाहों और नेताओं के परिजनों को आवंटित कर दिए गए। गत महीने घोटाले की बात सामने आने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
 

Thursday, January 6, 2011

सीबीआई की नई एफआईआर, 10 जगहों पर छापे

 राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन से जुड़ी चार कंपनियों के कार्यालयों पर गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने छापेमारी की। साथ ही सीबीआई ने ऊंचे दामों पर खेल सामग्री खरीदने के मामले में राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सीबीआई ने गुरुवार को राजधानी और इसके उपनगरीय इलाकों में स्थित 10 जगहों पर छापे की कार्रवाई की। छापे और प्राथमिकी दर्ज कराने की यह कार्रवाई खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी से पूछताछ के एक दिन बाद की गई है।
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने कलमाडी के एक अन्य सहयोगी आयोजन समिति के पूर्व महानिदेशक वीके वर्मा के आवास पर भी छापेमारी की है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रमंडल खेलों में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में आयोजन समिति के प्रमुख सुरेश कलमाड़ी से बुधवार को सीबीआई अधिकारियों ने करीब आठ घंटे तक पूछताछ की।
सीबीआई सूत्रों ने कहा कि कलमाड़ी से लंदन में 2009 में हुई क्वींस बेटन रिले के भुगतान और कई कंपनियों को दिए गए करोड़ों रुपये के ठेकों के बारे में पूछताछ की गई।
कलमाड़ी से पूछताछ सुबह साढे़ दस बजे सीबीआई मुख्यालय पर शुरू हुई और वह शाम पौने सात बजे बाहर निकले। उन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की। सीबीआई ने कलमाड़ी के पुणे और दिल्ली आवासों पर 24 दिसंबर को छापे मारे थे जिसमें कई दस्तावेज और चार कम्प्यूटर जब्त किए गए।
सूत्रों ने बताया कि कलमाड़ी के राजनीतिक सलाहकार मनोज भोरी, सहायक पी के श्रीवास्तव और एके सिन्हा को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

तुर्की के विमान को अगवा करने का प्रयास विफल


नार्वे से तुर्की जा रहे तुर्की एयरलाइंस के एक विमान को बुधवार को अगवा करने का प्रयास विफल कर दिया गया। विमान में सवार एक यात्री ने विमान के ओस्लो न लौटने पर उसे उड़ा देने की धमकी दी गई थी।
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक नार्वे की टीवी 2 ने बताया कि विमान में 59 लोग सवार थे। विमान को इस्ताम्बुल के अतातुर्क हवाईअड्डे पर बिना किसी दुर्घटना के उतार लिया गया। विमान के उतरने के बाद पुलिस विमान में दाखिल होकर कथित अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया।
टेलीविजन के मुताबिक तुर्की एयरलाइंस ने इस घटना की पुष्टि कर दी है। एक प्रत्यक्षदर्शी सलीम तहर ने बताया कि विमान के केबिन के पास बैठा एक शख्स उठा और उसने विमान को उड़ाने की धमकी दी। उसने मॉस्क पहन रखा था। खबरों के मुताबिक कथित आतंकवादी ने दावा किया कि उसने बम बांध रखा है। वह कॉकपिट में घुसने की कोशिश कर रहा था।

Monday, January 3, 2011

भारत में बलात्कार

सब लोग. कुछ आंकड़ों के अनुसार, केवल एक 69 में भारत में बलात्कार के मामलों रहे हैंभी सूचना दी. प्रतिबद्धता में केवल 20 लोगों की रिपोर्ट के परिणाम के बलात्कार के लिए%आरोप लगाया.
बलात्कार भारत में सामाजिक स्तर के पार होता है. भारतीय गांवों में, यह हैगरीब ग्रामीण पत्नी या बहन या बेटी है जो एक और गरीब के साथ बलात्कार हो जाता हैग्रामीण उपद्रवी, और हर कोई स्थानीय thanedar से मकान मालिक को. इनबलात्कार, जब तक खबर सार्वजनिक होने के कारण अपरिहार्य कारणों से हो जाता है, कभी नहीं रहे हैंकी सूचना दी. यह समाचार पत्रों में सूचना दी है या पुलिस पहुंचता ही है जब एकबलात्कार एक बड़ी जाति युद्ध, परिवार के झगड़े या राजनीतिक खेल का हिस्सा बन जाता है. हमउनमें से भारी संख्या में हर समय हो रहा है के बारे में सुना नहीं है. मीडियाएक बलात्कार की रिपोर्ट केवल जब यह बलात्कार का एक अलग तरह है - एक 'सामान्य' बलात्कारखबर नहीं है. पुलिस, तब भी जब वे एक बलात्कार के बारे में पता हो, या जब भी एकबलात्कार की शिकार उनके दृष्टिकोण, लगभग हमेशा दाखिल करने से परिवार को हतोत्साहितएक शिकायत. अक्सर वे धमकी दी हैं, यदि कथित बलात्कारी एक में कोई हैशक्तिशाली स्थिति. कुछ अन्य बार, पुलिस पीड़ित के परिवार की याद दिलाता हैसामाजिक नतीजों और (ध्यान और स्थायी सामाजिक अपमान, नहींकिसी के लिए आदि आदि परिवार में किसी और विवाह) और शिकार रिटर्न घरदूर करने के लिए अपराध के सभी सबूत धो लो.
छोटी लड़कियों से हर कोई - माह छह पुराने बच्चों के बलात्कार होते जा रहे हैंदिनचर्या अब - दादी के साथ बलात्कार करने के लिए कर रहे हैं. उम्र कोई बाधा नहीं है.
कक्षा कोई बाधा भी नहीं है. अमीर, शिक्षित महिला, कोई सुरक्षा हैया तो. इन बलात्कार हम नोटिस कर रहे हैं. क्योंकि अक्सर, बलात्कार सार्वजनिक हो जाता हैकुछ अप्रत्याशित तरीके से. यहां तक कि इन बलात्कार ऊपर hushed रहे हैं - और शिकारखुद को इस मामले में बहुत अच्छी तरह से बाहर के परिणामों को समझता हैअपराधी. परिवार और परिचितों अक्सर बलात्कारी - पिता, चाचा,चचेरे भाई. ये लगभग हमेशा परिवार के सम्मान की बात माना जाता है औरटोकन सजा (हो सकता है पाने के बलात्कारी थप्पड़ मारा या शहर से बाहर भेजा गया) बाहर समझा हैबलात्कारी को.
में बलात्कार है कि भारतीय परिवारों में होते हैं, पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से कर रहे हैंसब के रूप में दोष एक दूसरे को और परिवार की खातिर बलात्कारी का समर्थन करता हैसम्मान. यह केवल बलात्कार की शिकार है जो न्याय की कोई संभावना नहीं है. एक क्रूर मेंवैसे, इस बार बलात्कार की शिकार बलों के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण रूप में स्वीकार बलात्कारसभी परिवारों के भीतर सामयिक घटना है, और वह खुद ही में acquiesce कर सकते हैंएक और बलात्कार कल hushing.
महिलाओं को मिल क्यों बलात्कार करते हैं? पुरुषों बलात्कार क्यों करते हैं?
क्या हम यहाँ मनोवैज्ञानिक या सामाजिक मिलता है?
कुछ महिलाओं क्योंकि कुछ लोगों को बलात्कार करना चाहते बलात्कार किया हो. हमें यह देखने की कोशिश वहाँ अगरएक रास्ता है जिससे हम महिलाओं की तरह, जो बलात्कार किया जाता है और सामान्य प्रकार कर सकते हैआदमी की है जो बलात्कार. अब, सभी गर्म और परेशान नहीं मिलता है - मैंने कहा 'कोशिश'.
बलात्कार हमेशा मानव इतिहास का एक हिस्सा रहा है. लगभग सभी संस्कृतियों एकबलात्कार का इतिहास. सभी युद्धों के दौरान, जीतने सेना की महिलाओं तबाहहारे हुए. अगर हम ज्ञात मानव इतिहास में वापस देखो, हम पुरुष का इतिहास देखेंश्रेष्ठता और आक्रामक व्यवहार. हाल ही तक था, नहीं एक बलात्कारीभी पर नीचे 'सार्वजनिक' देखा. दुनिया भर में, सभी संस्कृतियों में पौराणिक,बलात्कार से भरे हुए हैं, का प्रयास किया बलात्कार, अपहरण, दुराचार .. प्रत्येक मेंदेश के इतिहास में एक आक्रमण का सामना करना पड़ा, बलात्कार आम था. प्रचलितसामाजिक मानदंडों सेक्स अपरिहार्य अधिकार के रूप में (या बल्कि मजबूर सेक्स) स्वीकार किए जाते हैंविजेता.
यह सच है, वहाँ उन जो हमेशा थे बलात्कार पर नीचे देखा. लेकिन यह केवल साथ हैमानव अधिकार, आधुनिक मूल्यों और कहा कि कानून के कम या ज्यादा व्यापक स्वीकृतिबलात्कार समान रूप से निंदा की थी.
इतना अंधेरा तथ्य: 1 बलात्कार आदर्श अपवाद के बजाय गया था.
2: सभी समाजों बलात्कार की निंदा की है जब वह अपने ही महिलाओं पर बढ़ावा दिया है, औरप्रोत्साहित किया या इसे करने के लिए अपनी आँखें बंद जब उस पर perpetrated था अपने दुश्मनऔरतें. (उदाहरण: पाकिस्तानी विश्वास करते हैं और नहीं करना ख़फ़ा अगर तुम सुझाव करने की हिम्मत कर रहे हैंउन्हें कि मुसलमानों विभाजन आघात दौरान हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार किया. हिंदू हैंइसी तरह गुस्से में अगर आप मुसलमान महिलाओं की बलात्कार के उनके समुदाय आरोप लगाते हैं.)
यह केवल आधुनिक सभ्यता में महिलाओं की बढ़ती समानता बलात्कार उस के साथथा तो कम से कम सार्वजनिक रूप से एक अपराध के रूप में स्वीकार कर लिया. लेकिन समाज अभी भी बहुत हैलिंग असमान ज्यादा है, और पुराने व्यवहार है कि अभी तक पुराने नहीं हैं.
नहीं महिलाओं क्यों करना पुलिस के लिए बलात्कार की रिपोर्ट?
Haha. बलात्कार शारीरिक और मानसिक रूप पीड़ितों के लिए दर्दनाक है. (मैं एक है पुरुषदोस्त है जो यह नहीं होना चाहिए का तर्क है - वे कहते हैं, एक यह बस के रूप में व्यवहार करना चाहिएएक और शारीरिक हमला.) अब, हमें भारत में स्थिति यहाँ पर ध्यान केंद्रित.
एक: साहब. अक्सर परिवार का सम्मान, के रूप में बलात्कारी अक्सर शिकार करने के लिए या जाना जाता हैअक्सर एक परिवार के रिश्तेदार / सदस्य हैं. बात तो है ऊपर hushed.
दो: पुलिस. पुलिस कारण नहीं है.
क्या तुमने कभी औसत भारतीय पुलिस पर एक अच्छे लग लिया है? आप कभी भी हैएक पुलिस स्टेशन के लिए किया गया है?
एक पुलिस स्टेशन एक को डराना जगह है. का सांस्कृतिक परिष्कारभारत में औसत पुलिसकर्मी औसत ठग सड़क के किनारे की है कि बहुत ज्यादा है.आपकी औसत पुलिस शायद ही नम्रता से बात करने के लिए जानता है, मुश्किल से शिक्षित,गंवार, ढीठ और कठोर है. इस संवेदनशीलता के प्रतिद्वंद्वी एक शिकार में से एक हैबलात्कार के लिए चलाया जाएगा? इस के लिए हिरासत में बलात्कार की बढ़ती संख्या जोड़ें जो हरएक के बारे में जानता है. लोगों को एक पुलिसकर्मी के लिए केवल बारी जब वे हताश हो जाएगा.शिक्षित, अमीर लोगों को पुलिस ने भारत में दुरुपयोग कर रहे हैं और वे नियमित रूप सेकरने के लिए अपने नेटवर्क पर कॉल और छोटे नेताओं पर कॉल करने के लिए जाना हैपुलिसकर्मी उन्हें कुछ विचार के साथ इलाज के लिए.
एक के लिए एक बलात्कार पीड़ित अपमानित, उसे वापस कर देते हैं, उसे हतोत्साहित पुलिस की अपेक्षा,बदज़बानी करनेवाला हो सकता है या शायद उसे बदले में बलात्कार. पिछले बहुत मुश्किल से ही हो सकता है,लेकिन यह आम तौर पर भारत में स्वीकार किया है कि भारतीय पुलिस एक उपद्रवी है जोउसे वापस कानून है. पुलिसकर्मियों के आईपीएस से बेहतर और उच्च रैंक हैंअक्सर दोहरा का सामना करना पड़ा. उनकी पार्टियों या सामाजिक हलकों में, वे कर रहे हैं paragonsपुण्य का जब उनके तत्व में, वे के रूप में आराम के रूप में खतरनाक हैं, जबकिउनके कम डंडा सहयोगियों. (वहाँ असली कारण हैं क्यों भारतीय पुलिसदेश के लिए शर्म की बात है. उनमें से कई समाज खुद के बनाने के हैं. मैंनिकट भविष्य में इसके बारे में लिखने होगा.)
भले ही एक बलात्कार के शिकार इस बाधा को, क्या रहता है गुजरता महान भारतीयन्यायिक प्रणाली. प्रणाली एक अभियुक्त को बलात्कारी के लिए एकदम सही अर्थ प्रदान करता हैबाहर शिकार पहनते हैं. हत्या भारत में दशकों के लिए पिछले परीक्षणों. अक्सर फैसले,शिकायतकर्ता का आरोप लगाया जाता है या की मौत के बाद ही उत्पादन किया. बस क्या हैएक मामला दायर करने की बात है जब सब कुछ - समाज, परिवार, पुलिस, कानूनीकरने के लिए अपने रास्ते में बाधाएं फेंक लगता है? यह सामान्य नहीं है के लिए कोई बस चाहते हैंकोशिश करने और बलात्कार को भूल जाओ और इसके साथ पर मिलता है?